इस लेख में हम एलोवेरा जूस के फायदे के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा करेंगे। अधिकतर लोग एलोवेरा का प्रयोग अपने चेहरे पर स्किन पर निखार लाने के लिए करते है।लेकिन आपको बता दे की अगर आप एलोवेरा के जूस को नियमित रूप से सेवन करे तो ये चेहरे के निखार के साथ ही साथ हमारे शरीर की कई बीमारियो से बचाने में हमारी मदद करता है।एलोवेरा जूस के फायदे के बारे में आप जानकर हैरानी होगी की ये हमारे पाचन तंत्र से लेकर ब्लड प्रेसर और न जाने कितने बीमारियो के लिए फायदेमंद है।एलोवेरा के फायदे को देखते हुए हमारे आयुर्वेद में इसे संजीवनी बूटी के नाम से जाना जाता हैं।एलोवेरा के इसी औषधीय गुणों की वजह से यह पौधा लगभग हर घरों में मिल जाता है,क्योंकि आयुर्वेद के साथ ही साथ वैज्ञानिक भी इसे मेडिकल प्लांट के नाम से जाना जाता हैं।
विषय सूची
एलोवेरा क्या है।
एलोवेरा की तासीर
एलोवेरा में पोषक तत्व
एलोवेरा की फैमिली
एलोवेरा के अन्य भाषाओं में नाम
एलोवेरा के फायदे
एलोवेरा के जूस बनाने की विधि
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
एलोवेरा क्या है (what is aloe vera):
एलोवेरा एक हरे रंग का छोटा पौधा होता है।इसके पत्ते मोटे, गूदेदार और आगे का भाग नुकीले और किनारे पर छोटे–छोटे कांटे लगे होते हैं,एलोवेरा के पत्ते चारों तरफ लगे होते हैं। एलोवेरा के पत्तों के बीज से फूल का दंड निकलता है जिस पर पीले रंग के फूल लगे होते हैं।अलग–अलग देशों में एलोवेरा की कई प्रजातियां पाई जाती हैं जिनका प्रयोग चिकित्सा में किया जाता है। मुख्यतया इसकी दो प्रजातियों का चिकित्सा में विशेष तौर पर प्रयोग किया जाता है।
एलोवेरा की तासीर( effect of aloe vera):
एलोवेरा की तासीर गर्म होती हैं।ऐसे में इसे गर्मी में ज्यादा मात्रा में प्रयोग से बचना चाहिए।लेकिन ठंडी में इसका सेवन करने से आपको ज्यादा लाभकारी माना जाता हैं।अगर आप गर्मी में एलोवेरा जूस के साथ,(आंवला,या फिर खीरा) ऐसे पदार्थ जिनकी तासीर ठंडी होती है,के साथ मिलाकर इसका सेवन गर्मी में भी नियमित रूप से कर सकते हैं।
एलोवेरा में पाए जाने पर पोषक तत्त्व (Nutrients found in aloe vera):
एलोवेरा में बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं।लेकिन मुख्य रूप से विटामिन (ए, सी, ई,),विटामिन(बी1, बी2, बी3, बी6,बी12),फॉलिक एसिड,कोलीन, पाया जाता है। और करीब 20 प्रकार के मिनरल्स जिनमें कैल्शियम(ca),मैग्नीशियम(mg),जिंक(zn),क्रोमियम(cr),सेलेनियम(ce),सोडियम(Na),आयरन(fe),पोटैशियम(k),कॉपर(cu)और मैंगनीज(mn),शामिल हैं,साथ ही इसमें इसमें एंटी-वायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं।
एलोवेरा ऐस्फोडिलसी (Asphodelaceae) फैमिली से संबंधित है।
एलोवेरा के अन्य नाम (Other names for aloe vera)
Hindi – घीकुआँर, घीग्वार,ग्वारपाठा,
संस्कृत –घृतकुमारी,कुमारी, गृहकन्या, कन्या
English–Aloe vera,Common aloe, Barbados,aloe,Musabbar,Common Indian aloe.
कन्नड़ – लोलिसर
गुजराती – कुंवार, कड़वी कुंवर
मराठी – कोरफड , कोराफण्टा
तमिल – कत्तालै, अंगनी , अंगिनी
तेलुगू – कलबन्द,एट्टाकलाबन्द
बंगाली – घृतकुमारी
पंजाबी– कोगर , कोरवा
मलयालम– छोट्ठ कथलाइ
नेपाली – घ्यूकुमारी
एलोवेरा जूस के फायदे (The advantages of aloe vera juice in Hindi):
एलोवेरा जूस के फायदे के बारे में बात करे तो इसके पीने से डायबिटीज,पाचन तंत्र,ब्लड सर्कुलेशन,इम्यून सिस्टम के साथ ही साथ ये हमारे स्किन के लिए फायदेमंद साबित हो सकता हैं।एलोवेरा में मौजूद पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी है।चलिए अब इस लेख में एलोवेरा जूस के फायदे के बारे में विस्तार से चर्चा करते हैं।
1.गठिया रोग के लिए एलोवेरा का प्रयोग (use of aloe vera for arthritis in hindi):
गठिया रोग का कारण बढ़ती उम्र,मोटापा,संक्रमण या फिर कोई अन्य कारण हो सकते है,गठिया रोग होने पर व्यक्ति को अपने दैनिक कार्य करने जैसे उठने बैठने,चलने–फिरने में परेशानी होने लगती है।अगर आप गठिया रोग से परेशान है तो ऐसे में आप एलोवेरा जूस का सेवन कर सकते है क्योंकि एक शोध के अनुसार एलोवेरा में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण के कारण यह जोड़ो के दर्द, गठिया के लिए फायदेमंद है।
प्रयोग विधि:
सुबह शाम एक गिलास aloevera जूस को पीने से गठिया रोग में आराम मिलता है।
2.पीलिया रोग में एलोवेरा का प्रयोग (Use of Aloe vera in Jaundice):
पीलिया होने का कारण गलत खान–पान और हमारी अनहेल्डी डेली रूटीन लाइफस्टाइल है।पीलिया होने पर हमारे शरीर का प्रभावित होने वाला अंग लीवर होता है।
पीलिया रोग को दूर करने के लिए एलोवेरा को फायदेमंद माना जाता है।एलोवेरा पर किए गए सोध के अनुसार एलोवेरा में पीलिया रोग को कम करने की क्षमता होती हैं ।
प्रयोग विधि:
- पीलिया होने पर सुबह खाली पेट एक गिलास एलोवेरा जूस के पीने से लाभ मिलता है।
- पीलिया होने पर एलोवेरा जूस के दो से तीन बूंद नाक में डालने से भी लाभ मिलता है
3.सिर दर्द में एलोवेरा का प्रयोग (use of aloe vera in headache):
सिर दर्द का कारण तनाव,कम सोना,अत्यधिक काम का प्रेसर,गलत खान–पान का कारण हो सकता हैं,ऐसे में अगर हम बार बार एंटी बायोटिक दवा का प्रयोग करते है तो इसके कई साइड इफेक्ट देखने को मिल सकते है.इस साइड इफेक्ट से बचने के लिए अगर हम एलोवेरा का प्रयोग करते है तो ये हमारे लिए अत्यंत लाभदायक सिद्ध हो सकता हैं।एलोवेरा पर किए गए शोध के अनुसार एलोवेरा में सिर दर्द को कम करने की क्षमता है
प्रयोग विधि:
एलोवेरा के जूस में आंवला या फिर खीरे के जूस को मिलाकर पीने से सिर दर्द में आराम मिलता है।इस विधि को लगातार छह महीने तक करने से आपको बार बार सिर दर्द में आराम मिलेगा।
4.पाचन तंत्र के लिए एलोवेरा का प्रयोग (Use of aloe vera for digestive system in hindi):
बात करे एलोवेरा जूस के फायदे के बारे में तो ये हमारे पाचन तंत्र से संबंधी समस्या के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता हैं।एलोवेरा पर किए गए एक भारतीय शोध के अनुसार एलोवेरा में एंटी–बैक्टीरियल गुणों के कारण ये पेट में ( गैस,मरोड़,कब्ज,बवासीर) के लिए फायदेमंद होता है।इसके साथ ही इसमें एंटी अल्सर गुण भी पाए जाते हैं, जिसके कारण से ये अल्सर जैसी बीमारी के लिए भी लाभदायक है।
प्रयोग विधि:
अगर आपका पाचन तंत्र बिलकुल सही तरीका से काम नहीं करता हैं तो आप सुबह खाली पेट एलोवेरा जूस को पिए क्योंकि एलोवेरा में लैक्सेटिव गुण ( पेट साफ करने का गुण) मौजूद होता है
5.डायबीटीज के लिए एलोवेरा का प्रयोग (use of aloe vera for diabetes):
अगर आप मधुमेह के रोगी है तो ऐसे में आपको एलोवेरा जूस के फायदे के बारे में जानना बहुत जरूरी है।एलोवेरा पर किए गए वैज्ञानिक शोध के अनुसार एलोवेरा में एंटी–डायबीटीज गुण पाए जाते हैं,जिसके कारण से अगर आप एलोवेरा के जूस को एक संतुलित मात्रा में सेवन करते है तो ये आपके शुगर लेवल को कम करने में काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता हैं
प्रयोग विधि:
रोज सुबह खाली पेट एक गिलास एलोवेरा जूस के पीने से आपको शुगर को कम करने में मदद मिलेगी।अगर आप एलोवेरा जूस के साथ आंवला और जामुन का रस समान मात्रा में मिलाकर पीते है तो ये शुगर लेवल को कंट्रोल करने में और भी ज्यादा लाभकारी हो सकता है।
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6.वजन कम करने में एलोवेरा का प्रयोग (use of aloe vera in reducing weight):
अगर आप अपने बढ़ते वजन से परेशान है तो रोज सुबह थोड़ी एक्सरसाइज और अपने डेली रूटीन में एलोवेरा जूस को शामिल कर ले।क्योंकि एलोवेरा जूस में पेट की चर्बी घटाने की क्षमता होती है।एक रिपोर्ट के अनुसार एलोवेरा में फैट को कम करने का गुण होता है।
अगर आप एलोवेरा के जूस का संतुलित मात्रा मे सेवन,और सही तरीके से करते है तो ये आपके लिए फायदेमंद हो सकता हैं।ध्यान रहे बहुत ज्यादा वजन होने पर एलोवेरा जूस के साथ बहुत ज्यादा एक्सरसाइज और डाइटिंग की जरूरत होती है
प्रयोग विधि:
सुबह खाली पेट एलोवेरा जूस में नींबू डालकर पीने से ये आपके वजन को कम करने में सहायक होगी।
7.कोलेस्ट्रोल के लिए एलोवेरा का प्रयोग (use of aloe vera for cholesterol in Hindi):
बढ़ता कोलेस्ट्रॉल हाई ब्लड प्रेशर,मोटापा,शुगर,आदि की समस्याओं को बढा सकता है,अगर आप अपने बढ़े कोलेस्ट्रॉल को कम करना चाहते है तो ऐसे में एलोवेरा के जूस का सेवन कोलेस्ट्रॉल के लिए भी लाभकारी हो सकता है।एलोवेरा पर किए गए सोध के अनुसार एलोवेरा में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को घटाने की क्षमता होती है, हालाकि ये पूर्ण इलाज नहीं है कोलेस्ट्रोल को कम करने का,इसके साथ रोज थोड़ी एक्सरसाइज और हेल्थी डाइट की जरूरत है।
प्रयोग विधि :कोलेस्ट्रोल को घटाने के लिए एलोवेरा जूस के साथ खीरा या कर आंवला के जूस को समान मात्रा में मिलाकर पीने से ज्यादा लाभ मिलता है।
.इसे सुबह शाम या फिर खाना खाने के बाद सेवन करना चाहिए।
8.हृदय के लिए एलोवेरा का प्रयोग (use of aloe vera for heart):
हृदय रोगियों के लिए एलोवेरा के जूस को बहुत ही फायदेमंद माना जाता हैं।इसके प्रयोग से हृदय में ब्लॉकेज की संभावना कम हो जाती हैं,जिसके कारण से हार्ट अटैक आने की संभावना भी काम हो जाती है।
अगर एलोवेरा के जूस का नियमित और संतुलित मात्रा में सेवन किया जाए और साथ ही थोड़ी एक्सरसाइज या योगा अभ्यास किया जाय तो हम हर्ट को स्वस्थ बनाए रख सकते हैं।
प्रयोग विधि:
रोज सुबह खाली पेट एलोवेरा और आंवला जूस पीने से हमे बहुत ही लाभ मिलेगा।या फिर दोपहर में खाना खाने के बाद भी पी सकते हैं।
9.ओरल हेल्थ के लिए एलोवेरा का प्रयोग (Use of Aloe Vera for Oral Health in Hindi):
अगर आपके मुंह में सूजन,दर्द जैसी समस्या बनी रहती हैं तो ऐसे में आपको एलोवेरा जूस के फायदे के बारे में जानना आवश्यक है।एक शोध के अनुसार एलोवेरा में सूजन और दर्द को कम करने की क्षमता होती है,रिपोर्ट की माने तो एलोवेरा में एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो मुंह के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं,साथ ही ये आपके कमर के दर्द ,हांथ पैर में सूजन,या फिर अंदरूनी घाव को ठीक करने में भी लाभ प्रदान करते हैं
प्रयोग विधि:
मुंह से संबंधित समस्याओं के लिए 1 माह तक प्रतिदिन 2 बार सुबह शाम 30ml एलोवेरा जूस का सेवन करने से इस समस्या को कम किया जा सकता है।
कौन नहीं चाहता है को उसकी स्किन साफ,सुंदर और जवान दिखे।अगर आप भी अपनी स्किन को नेचुरल तरीके से सुंदर बनाना चाहते हो तो आज ही से एलोवेरा के जूस,और एलोवेरा के पानी जैसे दिखने वाले पदार्थ को अपने चेहरे पर लगाना शुरू कर दो क्योंकि एलोवेरा में पाए जाने वाले पोषक तत्व हमारे स्किन के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता हैं।क्योंकि सोध के अनुसार एलोवेरा जूस में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जिस कारण इसका प्रयोग त्वचा के जलने,मुंहासे जैसी स्थिति में किया जा सकता है।एक शोध के अनुसार ये भी सामने आया है कि 40 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं की त्वचा पर झुर्रियों को आने से रोका जा सकता है।
प्रयोग विधि:
.एलोवेरा के जूस को सुबह खाली पेट पीने से स्किन में चमक,चेहरा बेदाग,और झुर्रियां कम होती हैं।
.आप एलोवेरा के सफेद गुद को कच्चे दूध में हल्का शहद मिलाकर अच्छे से मिलाकर नहाने से आधे घंटे पहले मुंह पर लगा सकती है।
11.बालो के लिए एलोवेरा का प्रयोग (use of aloe vera for hair):
अगर आपके बाल रूखे–सूखे, बेजान,बाल बहुत ज्यादा झड रहे है तो ऐसे में एलोवेरा के जूस के फायदे के बारे में जानना आपके लिए बहुत ही ज्यादा आवश्यक है।
एलोवेरा को हमारे आयुर्वेद में बालो के लिए विशेष लाभकारी बताया गया है।
प्रयोग विधि:
एलोवेरा के जूस में हल्का सा दूध डालकर बाल धोने से आधा घंटा पहले अपने बालो में अच्छे से लगा ले उसके बाद नहाते वक्त अपने बालो को अच्छे से साफ कर ले।
.एलोवेरा जूस को नियमित पीने से भी बाल में चमक,और बालो का झड़ना कम हो जाता है।
एलोवेरा जूस के नुकसान (disadvantages of aloe vera juice):
अब तक आपने इस लेख में एलोवेरा जूस के फायदे के बारे में पढ़ा है।लेकिन अगर आप जरूरत से ज्यादा एलोवेरा जूस का सेवन करेंगे तो इससे आपको हानि भी हो सकती है।अब आगे लेख में एलोवेरा जूस के नुकसान के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
1.एलोवेरा जूस का जरूरत से ज्यादा सेवन ब्लड शुगर के लेवल को कम कर सकता है. खासकर यदि आप डायबिटीज रोगी हैं या कोई अन्य स्थिति है जो इंसुलिन से जुड़ी है. इसलिए डॉक्टर के परामर्श से ही एलोवेरा जूस का सेवन करें.
2.जरूरत से ज्यादा एलोवेरा जूस का सेवन करने से खुजली, सीने में जलन और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
3.अगर आप प्रेग्नेंट है तो भूलकर भी एलोवेरा जूस का ज्यादा सेवन न करें. एलोवेरा में मौजूद लैक्टेटिंग प्रोपर्टी गर्भवती महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकती है. इसके सेवन से उनका गर्भाशय संकुचित हो सकता है।
4.एलोवेरा जूस का ज्यादा सेवन करने से पेट गैस की समस्या और बढ़ सकती है।
5.अधिक मात्रा में एलोवेरा जूस का सेवन करने से डायरिया की समस्या हो सकती है. इसमें कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो लूज-मोशन की समस्या को बढ़ा सकते हैं।
6.जरूरत से ज्यादा पीने से सिरदर्द और थकान की समस्या हो सकती है. इतना ही नहीं इससे मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या भी हो सकती है।
7.किडनी से जुड़ी समस्या है तो भूलकर भी एलोवेरा जूस का सेवन न करें,एलोवेरा जूस का ज्यादा सेवन करने से ब्लड बनने में दिक्कत हो सकती है. इससे गुर्दे को नुकसान हो सकता है।
एलोवेरा जूस बनाने की विधि (Aloe vera juice preparation method)::
वैसे मार्केट में आपको एलोवेरा जूस आसानी से मिल जायेगा परंतु अगर आप एलोवेरा के जूस को घर पर बनाना चाहते है तो बना सकते है।इसे बनाने के लिए आप निम्न सामग्री की जरूरत पड़ सकती है।
सामग्री:
एलोवेरा के पत्ते
एक नींबू
एक गिलास पानी
दो चम्मच शुगर (शुगर के मरीज अपने जूस में चीनी ना डाले)
विधि:
- इसे बनाने के लिए एलोवेरा के पत्ते को अच्छे से धो ले,उसके बाद इसे छीलकर छोटे–छोटे टुकड़े (एक छोटी कटोरी)काट ले ।
- इसे काटने के बाद एक गिलास पानी ,नींबू का रस और चीनी इन सबको मिक्सर में डालकर अच्छे से पीस ले।
- अब आपका एलोवेरा जूस बनकर तैयार है।
- इस एलोवेरा जूस को तुरंत पी ले,ज्यादा देर तक इसे ना रखे।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न :
एक दिन में एलोवेरा के जूस को कितना पीना चाहिए?
एक दिन में एलोवेरा के जूस को अगर मार्केट से खरीदा है तो दो से चार चम्मच एलोवेरा के जूस को पानी में मिलाकर पी सकते है।लेकिन अगर घर पर बनाए एलोवेरा जूस को एक गिलास पी सकते है।
ध्यान रहे गर्मियों में इसका सेवन बहुत ज्यादा मात्रा में ना करे।
क्या हमे रोज एलोवेरा का जूस पीना चाहिए?
हा!इसका सेवन रोजाना करने से पाचन तंत्र से लेकर स्किन को चमकदार बनाए रखने में मदद मिलती है।
एलोवेरा जूस में कितनी चीनी होती है?
एलोवेरा जूस में शुगर की मात्रा नहीं होती है।लेकिन आप स्वादानुसार चीनी मिला सकते है।
निष्कर्ष:
आशा करती हूं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा।अगर आप मुझसे स्वास्थ्य से संबंधित कोई भी सवाल पूछना चाहते हैं तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। मैं आपके प्रश्नों के उत्तर देने की पूरी कोशिश करूंगी धन्यवाद!
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी केलिए है ये किसी भी प्रकार से दवा का विकल्प नहीं हो सकता हैं ज्यादा जानकारी हेतु अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
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