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क्या आप डिप्रेशन में हो :डिप्रेशन को दूर करने के बेहतरीन घरेलू उपचार

डिप्रेशन को हिंदी में अवसाद के नाम से भी जाना जाता है।दरअसल, आजकल के दौर में हर कोई अपनी भागदौड़ भरी जिन्दगी से परेशान है। हर कोई किसी ना किसी तनाव या स्ट्रेस से जूझ रहा है। जिसका असर सीधा हमारे दिमाग पर पड़ता है। जिससे इंसान के दिमाग में कई तरह के विकार भी पनपने लगते है। मन हमेशा अशांत और अस्थिर रहने लगता है। और मस्तिष्क में नकारात्मक ऊर्जा का सृजन होने लगता है, तनाव धीरे-धीरे इंसान को खोखला करता चला जाता है, आज हम इस लेख में डिप्रेशन क्या है, डिप्रेशन के लक्षण, डिप्रेशन के घरेलू उपचार, और डिप्रेशन को दूर करने में योगा कैसे मदद करता है, इन सभी विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा करेंगे, पूरी जानकारी के लिए लेख में बने रहे।

क्या आप डिप्रेशन में हो :डिप्रेशन को दूर करने के बेहतरीन घरेलू उपचार

विषय सूची
डिप्रेशन क्या है
डिप्रेशन का लक्षण
डिप्रेशन के प्रकार
डिप्रेशन से बाहर निकलने का उपाय 
डिप्रेशन का घरेलू इलाज
डिप्रेशन को दूर करने के लिए योगाभ्यास
क्या ज्यादा सोचने से डिप्रेशन होता है?
डिप्रेशन कितने समय तक रहता है?
डिप्रेशन के लिए दवा कौन सी प्रयोग की जाती है?

डिप्रेशन क्या है (what is depression in Hindi):–

डिप्रेशन एक आम और गंभीर चिकित्सा बीमारी है, आप कैसा महसूस करते हैं, आप कैसे सोचते हैं और आप कैसे कार्य करते हैं इन सभी बातों का प्रभाव आपके मस्तिष्क पर पड़ता है। अगर आप नकारात्मक रूप से प्रभावित हो तो, ये संभावना बढ़ जाती हैं कि आप डिप्रेशन में चले जाए, डिप्रेशन में जाने का मुख्य कारण लंबे समय से तनाव में रहना, या फिर कोई ऐसी बुरी घटना जिसको आप चाहकर भी भुला नही पा रहे है, डिप्रेशन किसी को भी हो सकता है चाहे वो किसी भी उम्र का इंसान हो,या कोई अमीर या फिर गरीब हो। अभी हाल ही में हमारे कई बॉलीवुड अभिनेत्री या अभिनेता भी डिप्रेशन के शिकार हुए है। उनमें से मशहूर अभिनेत्री दीपिका पादुकोण भी डिप्रेशन का सामना कर चुकी है,या फिर यो यो हनी सिंह भी डिप्रेशन का सामना कर चुके है, जरूरी नहीं है की आपके पास सब कुछ है तो आप डिप्रेस नही हो सकते है। डिप्रेशन किसी को भी हो सकता है। एक बार डिप्रेशन में जाने पर व्यक्ति के मन में उदासी की भावना या उन गतिविधियों में रुचि की कमी का कारण बनता है जिन्हें आप पसंद करते थे। डिप्रेशन विभिन्न प्रकार की भावनात्मक और शारीरिक समस्याओं को जन्म दे सकता है और यह बाहर के काम और घर पर काम करने की क्षमता को कम कर सकता है।
अभी डिप्रेशन से संबंधित आई मेडाटैक्स के रिपोर्ट के मुताबिक,डिप्रेशन एक ऐसी अवस्था (condition) है, जहा व्यक्ति का मन और दिमाग नकारात्मक सोच से भरने लगता है, इसके साथ ही वह किसी बात को लेकर अत्यधिक चिंता और तनाव में रहने लगता है। वह अकेले रहना ज्यादा पसंद करने लगता है, इसके साथ ही वह खोया-खोया रहने लगता है. धीरे धीरे उसके सोचने समझने की क्षमता खत्म सी होने लगती है, 
बढ़ते डिप्रेशन के मामले को देखते हुए WHO (world health organization) ने हाल ही में अपनी एक रिपोर्ट प्रकासित की जिसके अनुसार पूरी दुनिया में 264 मिलियन से भी ज्यादा लोग डिप्रेशन के शिकार है। ये रिपोर्ट बहुत ही विकट परिस्थिति की ओर इशारा करता है। ये बीमारी आने वाले समय में और भी खतरनाक और भयावह हो सकती हैं।

क्या आप डिप्रेशन में हो :डिप्रेशन को दूर करने के बेहतरीन घरेलू उपचार


डिप्रेशन का लक्षण (symptoms of depression in Hindi):-

डिप्रेशन जिसे अवसाद के नाम से भी जाना जाता हैं, इस अवस्था में पहुंचने पर आप नीचे बताए गए निम्न लक्षण का अनुभव कर सकते है, जैसे कि –

1- उदास महसूस करना या उदास मन होना

 2-भूख में बदलाव होना अचानक वजन कम होना या बढ़ना।

3–किसी भी काम में मन नहीं लगना हमेशा मन में बेचैनी बने रहना।

 4-ऊर्जा की हानि या थका हुआ महसूस करना।

5–नींद का न आना या अत्यधिक नींद आना।

6 एक जगह पर स्थिर ना बैठना पेसिंग, हाथ हिलाना या धीमी चाल या तेज आवाज में भाषण देना,

 7–  खुद को बेकार या किसी भी चीज में दोषी समझना

8–सोचने, समझने, ध्यान केंद्रित करने या निर्णय लेने में कठिनाई होना।

9–जीने की इच्छा समाप्त हो जाना खुद को मरने की इच्छा उत्पन्न होना।


10–अचानक से रोने का मन करना या किसी भी बात को लेकर बहुत ज्यादा गुस्सा करना

11–अकेले में रहना अच्छा लगता हो किसी व्यक्ति से बात करने का मन न करता हो

अगर ऐसे लक्षण आपको कई सप्ताह से दिख रहे है तो आपको सावधान हो जाना चाहिए ।आप घबराए नहीं डिप्रेशन कोई मानसिक बीमारी नहीं है इसके बारे में आप अपने मां से या फिर अपने किसी खास व्यक्ति से बात करे और डॉक्टर से सलाह जरूर लें।


डिप्रेशन के प्रकार (types of depression in Hindi):-

डिप्रेशन के कई प्रकार होते है।.

 1.मेजर डिप्रेशन (major depression):–
अगर आप सप्‍ताह में हर दूसरे दिन डिप्रेस फील करें तो इसे मेजर डिप्रेसिव डिसऑर्डर कहा जाता है। मेजर डिप्रेशन में मरीज के मन में उदासी, गुस्सा, निरसता, किसी भी कार्य को करने में मन ना लगना, नेगेटिव विचार आना,आदि कई लक्षण देखने को मिल सकते है। इसे घरेलू उपाय से ठीक किया जा सकता हैं।

2. मेलानकॉलिक डिसऑर्डर (Melancholic Disorder):–

यदि आप मेलानकॉलिक डिप्रेशन या अवसाद से ग्रसित हो तो ऐसे में जब आप सुबह उठेंगे तो आप स्वयं में मेजर डिप्रेशन के लक्षण को महसूस करेंगे. यह सेहत के लिए और भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। इसे भी घरेलू उपाय से ठीक किया जा सकता हैं

3. पर्सिस्टेंट डिप्रेसिव डिसऑर्डर (Persistent Depressive Disorder):–

अगर आप खुद को दो साल या उससे अधिक समय के लिए डिप्रेस्ड महसूस कर रहे है, तो ऐसे में आप लगातार परसिसटेंट डिप्रेसिव डिसऑर्डर के शिकार हो चुके हों। इस डिसऑर्डर में दो स्थितियां उत्पन्न होती हैं, इन दो स्थितियों को डिस्टीमिया और क्रोनिक मेजर डिप्रेशन के नाम से जाना जाता है. इस स्थिति में मरीज को या तो भूख बिलकुल नहीं लगती या जरूरत से ज्यादा भूख लगते हैं. इसके अलावा नींद भी कम या ज्यादा मात्रा में आ सकती है। इसके अलावा आपको कमजोरी, खुद से नफरत, एकाग्रता में कमी, निराशा आदि महसूस होता है.
4.बाइपोलर डिसऑर्डर (bipolar disorder)–
बाइपोलर डिसऑर्डर में डिप्रेशन से ग्रसित व्यक्ति के मूड में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. यह डिसऑर्डर डिप्रेशन का भयानक रूप ले सकता है. इस स्थिति से बचने के लिए ध्यान करना जरूरी हो जाता है।

क्या आप डिप्रेशन में हो :डिप्रेशन को दूर करने के बेहतरीन घरेलू उपचार

5. सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (seasonal affective disorder): –
यह डिसऑर्डर प्रायः सर्दियों के महीनों में देखने को मिल सकता हैं, जबकि गर्मी या बरसात के मौसम में राहत रहती है. इस डिसऑर्डर से जूझ रहे मरीज को डाक्टर की सलाह के बाद दवा का सेवन करना चाहिए। इसके लिए थेरेपी भी मददगार होती है.

 6–साइकोटिक डिप्रेशन (psychotic depression):–
इस प्रकार के डिप्रेशन के मरीज मानसिक तनाव से घिरे होते हैं जो उनके जीवन में घटित बुरी घटना के कारण से भी हो सकता है. इस अवसाद के लक्षण में आपको अजीब-अजीब से सपने आना, भ्रम का होना, पागलपन का दौरा पड़ना आदि, इस प्रकार के अवासाद को दवाओं की मदद से भी ठीक किया जा सकता है.
7. पोस्टपार्टम डिप्रेशन (postpartum depression):–
यह अवसाद महिलाओं को बच्चे के जन्म के बाद कई महीनों तक होता है, जो कई बार मां और बच्‍चे दोनो के स्वास्थ के लिए नुकसान दायक हो सकता है. इस डिप्रेशन से बचने का सबसे बेहतर उपाय है परिवार का साथ. कुछ महिलाओ को परिवार का साथ ना मिलने के कारण डिलीवरी के बाद डिप्रेशन की शिकार हो जाती हैं। इस तरह के अवसाद को घरेलू उपाय से ठीक किया जा सकता हैं।


डिप्रेशन से बाहर निकलने का उपाय (way out of depression in Hindi):-

अगर आपको लगता है की आप डिप्रेशन में हो तो आप घबराए नहीं डिप्रेशन कोई बड़ी बीमारी नहीं है,अगर आप अपने डेली रूटीन में कुछ परिवर्तन कर लेते है तो आप बिना किसी डॉक्टर के इलाज के बगैर भी ठीक हो सकते हैं।

1–पूरी नींद ले:

सबसे पहले डिप्रेशन दूर करने के लिए आठ घंटे की नींद लेना बहुत जरूर है, क्योंकि नींद पूरी होने पर  दिमाग तरोताजा होगा और मन में नकारात्मक भाव कम आएंगे। प्रतिदिन सूरज की रोशनी में कुछ देर टहलने या बैठेरहने से भी इससे अवसाद जल्दी ठीक होगा, इसके अलावा बाहर टहलने जाएं, कभी-कभी चाय की दुकान में कुछ समय बिताएं या बाहर खाना खाने जाएं। इससे आपके मन में उत्साह बना रहेगा। अपने काम का पूरा लेखाजोखा रखें। दिन भर में आप कितना काम करते हैं और किस गतिविधि को कितना समय देते हैं इस पर जरूर गौर करें। इससे आपको सभी गतिविधियों के बीच संतुलन बनाने में आसानी होगी और तनाव कम होगा। 

2 .प्रकृति से जुड़े रहे

अवासद को दूर करने में प्रकृति हमारी बहुत मदद कर सकती है, प्रकृति के करीब रहने से हमारा मन प्रसन हसमुख रहता है, अच्छे किताब पढ़ना, खाना बनाना, लिखना, संगीत सुनना, टीवी देखना या कोई मनपसंद शौक पूरा करना। ससे आपके मन की उदासी दूर होगी और कुछ नया करने का उत्साह बना रहेगा। आप इसमें कहां तक सफल हुए हैं और कितनी गतिविधियां कर पा रहे हैं, इसका लेखा-जोखा रखें।

3–अपने गुस्से को नियंत्रित

क्या आपको बहुत ज्यादा गुस्सा आता है? छोटी-छोटी बातों पर आपको गुस्सा आता है या फिर एक बार गुस्सा आ जाए तो खुद को शांत करना आपके बस में ही नहीं होता? अगर आप गुस्से पर नियंत्रण से संबंधित किसी भी समस्या से जूझ रहे हैं ।
बहुत ज्यादा क्रोध आता है तो दिमाग को कुछ नहीं सूझता। ऐसे में अपने गुस्से पर नियंत्रण के लिए सबसे पहले दिमाग के कंप्यूटर को शटडाउन करने लें यानी सब कुछ सोचना बंद कर दें। कौन क्या कह रहा है, किस बात पर आपको गुस्सा आ रहा है, आस-पास क्या चल रहा है, आप किसी भी बात पर ध्यान न दें।

क्या आप डिप्रेशन में हो :डिप्रेशन को दूर करने के बेहतरीन घरेलू उपचार

4–इंद्रियो पर संयम रखे:
गहरी श्वास लें जिससे आपकी सभी इंद्रियों को आराम मिलेगा। यह उपाय काफी समय से चला आ रहा है। अपनी सांसों पर केंद्रित होकर लंबी सांस लेने से दिमागी तनाव को आराम मिलता है। क्रोध पर तुरंत नियंत्रण के लिए इससे अधिक प्रभावी उपाय कुछ नहीं।
एक बार जब आपने अपने गुस्से पर थोड़ा नियंत्रण कर लिया तो शांत दिमाग से सोचें कि मुद्दा क्या था, गलती किसकी थी और अब आगे क्या करना है। इससे फायदा यह होगा कि आपको पूरे मामले में अपनी गलती भी समझ में आ जाएगी।
5–गलती होने पर मांग ले माफी:
आप अपनी बात सामने वाले के आगे सौम्यता से रखें। अगर कहीं आपकी गलती है तो सबसे पहले माफी मांग लें जिससे आपको अपनी बात कहने में संकोच न हो। इस तरह किसी भी परिस्थिति में क्रोध पर नियंत्रण पाने के इस उपाय पर हमेशा अमल करने से धीरे-धीरे आपका गुस्सा खुद ही कम होने लगेगा।

6– मेडिटेशन और योगा को प्रतिदिन करे और ऐसे आसन जरूर करे जो आपको काफी समय तक शांत रख सके
7–खाने पीने की चीजों पर भी विशेष ध्यान केंद्रित करे और अपने चेहरे पर एक प्यारी सी हल्की सी मुस्कान रखे।ऐसा करने से आप और आपके साथ रहने वाले लोग भी खुश रहेंगे।चाहे आप डिप्रेशन में हो या न हो आपकी गुस्से की वजह से आप के साथ साथ आपके आस पास के लोग भी परेशान रहते हैं, गुस्से में लिया गया कोई भी फैसला सही नही होता है l अंत में मैं आपको यही सलाह दूंगी की खुश रहे और दूसरो को भी खुश रखे यही जिंदगी है

डिप्रेशन का घरेलू इलाज (home remedies for depression in Hindi):-

अगर आप प्राथमिक डिप्रेशन में है तो ऐसे में आप कुछ घरेलू उपाय अपनाकर डिप्रेशन से बाहर निकल सकते है।


तुलसी का प्रयोग करे:

तुलसी का पौधा हर घर के आंगन या फिर घर के बाहर आपको देखने को जरूर मिल जायेगा। ऐसे में अगर आप डिप्रेशन में है तो ऐसे तुलसी आपको डिप्रेशन से बाहर निकलने में मदद कर सकता है। तुलसी को हमारे आयुर्वेद में एक विशेष दर्जा दिया गया है,बताया जाता है की तुलसी का पेड़ घर में रहने से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है,साथ ही अगर आप तुलसी के दो से चार पत्ते

डेली खाते हो तो ये डिप्रेशन के साथ आपको अन्य कई बीमारियो से निजात मिल सकता है। क्योंकि तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं,जो हमारे मस्तिष्क को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है

क्या आप डिप्रेशन में हो :डिप्रेशन को दूर करने के बेहतरीन घरेलू उपचार


कैसे करे उपयोग:
तुलसी के पत्ते को सुबह खाली पेट पांच से छह पत्ते प्रतिदीन चबाए। या खाए
*तुलसी की चाय बनाकर पिए।
तुलसी को पानी में डालकर अच्छे से पानी में गर्म कर ले और उस पानी को चाय की तरह धीरे धीरे पिए।

इलायची का प्रयोग करे:
अगर आप डिप्रेशन में हो तो आप इलायची का उपयोग कर सकते है, क्योंकि इलायची में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते है, जो डिप्रेशन के मरीजों के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है।
प्रयोग:

आप इलायची को ऐसी ही छीलकर भी खा सकते है।

आप इलायची को अच्छे से पीस ले और एक छोटा चम्मच, गुनगुने पानी के साथ खा सकते है।

इलायची की चाय बनाकर पी सकते है

खाने की सब्जियों में इलायची का प्रयोग कर सकते है।

दही में इलायची पाउडर मिलाकर खा सकते है।

डिप्रेशन से बाहर निकलने के घरेलू उपाय




ब्राह्मी और अस्वगंधा का प्रयोग करे:
डिप्रेशन के लिए ये दोनो आयुर्वेद में  एक महत्वपू र्औषधि के रूप में प्रयोग में लाई जाती है।अगर आप डिप्रेशन में हो तो ब्राह्मी और अस्वगंधा का उपयोग जरूर करे ये आपको डिप्रेशन से बाहर निकलने में मदद कर सकते है
प्रयोग:

आप 50 ग्राम  ब्राह्मी और 50 ग्राम अस्वगंधा को मिक्सर में डालकर अच्छे से पीस ले। अब इस पाउडर को किसी अच्छे से डिब्बे में रखकर बंद करके रख दे। अब इसे रोज सुबह खाली पेट या फिर रात में सोने से पहले एक चम्मच पाउडर एक गिलास पानी के साथ खाए।

सेब का प्रयोग करे:
अगर आप डिप्रेशन में हो तो ऐसे में सेब आपके लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है।सुबह खाली पेट एक सेब खाने से ये आपको डिप्रेशन से बाहर निकलने में मदद तो करेगा ही साथ में ये आपके स्किन को भी चमकदार बनाए रखने में मदद करेगा। क्योंकि सेब में प्रचुर मात्रा में फाइबर के साथ

मैग्ग्नीशियम,पोटेशियम पाया जाता हैं, जो डिप्रेशन के लिए लाभकारी होता है।


सौफ का प्रयोग करे:

सॉफ के सेवन से आप डिप्रेशन से बाहर आ सकते है। वैसे सॉफ को अधिकतर लोग पेट साफ रखने के लिए खाने के बाद खाते है।लेकिन यह डिप्रेशन में भी कारगर सिद्ध हो सकता है।



प्रयोग:

आप सौफ को अच्छे से सुखा लें फिर उसको अच्छे से पीस ले, पीसने के बाद आप इसे एक डब्बे में बंद करके रख ले
*सुबह खाली पेट एक चम्मच सौफ गुनगुने पानी के सा खाए।

बादाम का प्रयोग करे:
 अगर आप डिप्रेशन में हैं तो ऐसे में बादाम का सेवन आपके लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है। क्योंकि बादाम मेें मैग्नीशियम, पोटेशियम और अन्य जरूरी पोषक तत्व पाए जाता हैं. जो हमारे मस्तिष्क को स्वस्थ रखने का काम करता है, मैमोरी पॉवर बढ़ाने में उपयोगी है।


सौफ का प्रयोग करे: सॉफ के सेवन से आप डिप्रेशन से बाहर आ सकते है। वैसे सॉफ को अधिकतर लोग पेट साफ रखने के लिए खाने के बाद खाते है।लेकिन यह डिप्रेशन में भी कारगर सिद्ध हो सकता है।

प्रयोग: दो से चार बादाम को रोज रात में पानी में भिगो दे और सुबह उसे छीलकर खा ले और थोड़ा सा गुनगुना पानी पिए। रात में बादाम को  दूध के साथ  सेवन करने से स्ट्रेस, एंग्जाइटी दूर होती है।

डिप्रेशन को दूर करने के लिए योगाभ्यास (Yoga exercises to overcome depression in Hindi):

डिप्रेशन को दूर करने के लिए हमारे योग शास्त्र में अनेकों ऐसे प्राणायाम है जिसके करने से आप डिप्रेशन से बाहर निकल सकते है। यहा पर मैं कुछ सरल योगाभ्यास के बारे में चर्चा करेंगे। जिसे हर कोई आसानी से कर सकता है। इस प्राणायाम में स्वास से संबंधी बीमारी में भी लाभ होता है।

अनुलोम–विलोम प्राणायाम:

  1. इस प्राणायाम को करने के लिए आप  शांत माहौल में जाए।
  2. योग मैट पर पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं
  3. अब अपने मुंह को बंद कर ले
  4. अपने दाए हांथ के अंगुली से नाक के बाए छिद्र को बंद करे
  5. अपने दाए नाक के छिद्र से धीरे धीरे सांसों को अंदर की ओर ले। सांसों को इतना अंदर ले जिससे की आपका दाया फेफड़ा एक दम फूल जाए।
  6. अब अपने दाए हांथ की अंगुलियों से बाएं नाक के छिद्र को छोड़कर दाए नाक के छिद्र को बंद कर ले।
  7. अब बाए नाक के छिद्र से सांसों को धीरे धीरे करके बाहर की और छोड़े। सांस छोड़ने के बाद ,बाए नाक से सांसों को भरे,और दाएं नाक से छोड़े,फिर दाए नाक से सांस ले,और बाए नाक से सांस छोड़े।
  8. ऐसा आप दिन में 20 मिनट तक करे
  9. ऐसा करने से आपको अच्छी नींद आयेगी।
  10. आप का मन शांत रहेगा।
  11. नकारात्मक विचारो में कमी आयेगी।


भ्रामरी प्राणायम:

  1. इस प्राणायाम को करने के लिए एक शांत माहौल में जाए
  2. योग मैट पर पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं।
  3. अपने दोनो हाथो की तर्जनी अंगुली से अपने दोनो कानों को बंद कर ले।
  4. अब अपने नाक से सांस को अंदर ले और जब सांस को बाहर छोड़े तो ॐ का उच्चारण करे।
  5. इस प्राणायाम से आपकी स्मरण शक्ति मजबूत होगी।
  6. आपको नींद अच्छी आएगी।
  7. आप के नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होने लगेंगी।


उद्गित प्राणायाम:

  1. इस प्राणायाम को करने के लिए आप किसी शांत और हवादार माहौल में जाए।
  2. अब योग मैट पर पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं 

  3. दोनों हाथों की तर्जनी और अंगूठे की नोक को जोड़े ।
  4. अपनी आँखें बंद करें और ध्यान केंद्रित करें।
  5. साँस लेते और साँस छोड़ते हुए ओम का उच्चारण करें।
  6. ओमममममममम की लय के साथ पूरी ध्वनि का जप करें।
  7. इस प्रक्रिया को आप कितनी भी बार कर सकते है।
  8. इस प्राणायाम को करने से आपका तनाव कम होगा।
  9. आप बिलकुल हल्का महसूस करेंगे।
  10. आप को नींद अच्छी आएगी।
  11. नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होने लगेंगी।


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:


प्रश्न: क्या ज्यादा सोचने से डिप्रेशन होता है?

उत्तर: हा अगर किसी ऐसे बारे में ज्यादा सोचते हैं, जिससे आप दुखी या तनाव में आ जाते है तो ऐसे में आप डिप्रेशन में जा सकते है।अगर आप अत्यधिक चिंता करते है तो ये आपको रोजमर्रा के तनाव से निपटने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है, और डिप्रेशन  के परिणामस्वरूप उदासी, अकेलापन और खालीपन की भावना पैदा होती है।


प्रश्न: डिप्रेशन कितने समय तक रहता है?

उत्तर: हर व्यक्ति अपने दैनिक जीवन में किसी न किसी बात को लेकर तनाव में रहता हैलेकिन इसका ये अर्थ नही की वो व्यक्ति डिप्रेशन में है,ये एक आम बात है। लेकिन अगर व्यक्ति दिन भर में 12 से 15 घंटे तक उदास,शांत,मन व्यथित,कुंठित रहता है। और ये प्रक्रिया लगातार 14 से 15 दिन तक बनी रहती हैं, ऐसे में संभावना है की व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार हो सकता है।


प्रश्न डिप्रेशन के लिए दवा कौन सी प्रयोग की जाती है?

उत्तर: पेरोक्सेटीन (पैक्सिल), फ्लुवोक्सामाइन (लुवॉक्स), एस्सिटालोप्राम (सिप्रालेक्स), फ्लुओक्सेटीन (प्रोज़ैक), और सेराट्रलाइन (ज़ोलॉफ्ट),सीतालोप्राम (सेलेक्सा) ये सभी दवाएं आमतौर पर डिप्रेशन और चिंता जैसी विकारों के इलाज के लिए अधिकतर पसंद किया जाता है।

निष्कर्ष:आशा करती हूं कि आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा।परंतु फिर भी अगर आपको स्वाथ्य से संबंधी कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है। में आपके प्रश्न का उत्तर देने की पूरी कोशिश करूंगी धन्यवाद Disclaimer : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है, अगर आप डिप्रेशन में हो तो ऐसे में बिना डॉक्टर के सलाह के किसी भी दवा का

प्रयोग न करे।


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