Ads

लिवर का रामबाण इलाज: लिवर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए उपयोग में लाए ये नुस्खे।

 लिवर हमारी बॉडी का एक अभिन्न अंग है, जो हमारे शरीर में भोजन को पचाने और बॉडी से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। अगर यही लिवर सही तरीके से ना कार्य करें तो हम स्वस्थ जीवन की कल्पना नहीं कर सकते है, ऐसे में बॉडी के इस जरूरी अंग को हेल्दी रखना बेहद जरूरी हो जाता है। लिवर में थोड़ी सी भी परेशानी होने पर बॉडी में उसके लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं। वहीं, अगर समय रहते इन लक्षणों को पहचान लिया जाए, तो आप बेहद आसानी से अपने लिवर को सड़ने से बचा सकते हैं। अगर लीवर में आ रही समस्या को समय रहते ठीक ना किया जाए तो ये लिवर सिरोसिस का कारण बन सकती हैं। अतः आज हम इस लेख में लिवर खराब की पहचान, लिवर का रामबाण इलाज और लिवर से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातों पर विस्तार पूर्वक जानकारी देने की कोशिश करेंगे, लेख में बने रहे।

लिवर का रामबाण इलाज: लिवर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए उपयोग में लाए ये नुस्खे।

लीवर क्या है (what is lever in Hindi):-

लिवर शरीर का एक अंग है, जो केवल कशेरुकी (vertebrate) प्राणियों में पाया जाता हैं, लीवर मनुष्य के पेट के ऊपरी, दाहिने हिस्से में डायफ्राम के नीचे, दाहिनी किडनी और छोटी आंत के ऊपर स्थित होता है। लिवर का आकार शंकुनुमा तथा इसका रंग लाल भूरे रंग का होता है, लिवर का वज़न लगभग 1.3–1.5 kg तक का होता है।  इसका कार्य विभिन्न चयापचयों (metabolites) को detoxify करना, प्रोटीन को संश्लेषित करना, और पाचन के लिए आवश्यक जैव रासायनिक बनाना है। लिवर एकमात्र ऐसा अंग है जिसमें पुन: उत्पन्न करने की क्षमता है। परंतु कुछ बीमारियाँ और जीवनशैली लिवर को नुकसान पहुँचा सकती हैं

लिवर के कार्य (liver function in Hindi):-

 लीवर एक अद्भुत अंग है जो पेट के ऊपरी दाहिनी ओर स्थित होता है। यह कई आवश्यक कार्य करता है, जैसे:


 1. विषहरण: 

लीवर हमारे शरीर के स्वयं के विषहरण केंद्र के रूप में कार्य करता है, रक्त से हानिकारक पदार्थों, विषाक्त पदार्थों और चयापचय उपोत्पादों को फ़िल्टर करता है।


 2. चयापचय: 

यह कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा सहित विभिन्न पोषक तत्वों के चयापचय के लिए जिम्मेदार है, यह सुनिश्चित करते हुए कि उनका उपयोग ऊर्जा उत्पादन और शारीरिक कार्यों के लिए प्रभावी ढंग से किया जाता है।

 3. पित्त का उत्पादन: 

यकृत पित्त नामक पदार्थ का उत्पादन करता है जो वसा के पाचन और अवशोषण में मदद करता है।


 4. भंडारण: 

यह आवश्यक विटामिन, खनिज और ग्लाइकोजन (संग्रहीत ऊर्जा का एक रूप) के लिए भंडारण गृह के रूप में कार्य करता है।


 5. संश्लेषण: 

यकृत महत्वपूर्ण पदार्थों का संश्लेषण करता है, जैसे रक्त का थक्का जमाने वाले कारक, कुछ प्रोटीन और कोलेस्ट्रॉल।


 6. प्रतिरक्षा कार्य: 

यह हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली में एक भूमिका निभाता है, हानिकारक रोगजनकों की पहचान करने और उन्हें खत्म करने में मदद करता है।


लिवर खराब की पहचान (identification of liver failure in Hindi):-

लिवर के खराब होने पर आपको निम्न लक्षण देखने को मिल सकते है:

  • पेट के ऊपरी हिस्से में छूने पर दर्द, असहजता या नाजुक महसूस होना।
  • पेट में पानी भरना।
  • भूख ना लगना।
  • थकान रहना।
  • आसानी से नील पड़ना।
  • निचले पैर, टखनों आदि में सूजन।
  • खुजली होना।
  • पेशाब का रंग गहरा होना।
  • पीलिया- आंख-स्किन का पीला पड़ना

 

लिवर का रामबाण इलाज (Liver panacea treatment in Hindi):-

लिवर को सुचारू रूप से चलाने के लिए आवश्यक है कि हम अपने लिवर में जमी गंदगी को हफ्ते या महीने में एक बार जरूर साफ कर ले, इस लेख में आगे लिवर को साफ कैसे करें के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है।


किशमिश का प्रयोग करें:

किशमिश को भी लिवर के स्वास्थ के लिए फायदेमंद माना जाता हैं, जिन व्यक्तियों को लिवर से संबंधित कोई परेशानी है वो सबसे पहले किशमिश को अच्छे से धो लें और एक पैन में 2 कप पानी उबाल कर इसमें 100 ग्राम किशमिश को डालकर रात भर भिगो दे, और सुबह इसको छान ले, और इस पानी को हल्का गुनगुना कर ले और खाली पेट इस पानी को पी लें। ध्यान रहे इसको पीने के 25 से 30 मिनट बाद ही नाश्ता करे। यह विधि लीवर और किडनी दोनो को साफ करने में मदद करता है। डायबिटीज के मरीज इसके इस्तेमाल से बचें, इसका सेवन एक महीने में सिर्फ चार दिन ही करें।


कलौंजी का तेल (Kalaunji Oil):

कलौजी के तेल को लिवर के लिए फायदेमंद माना जाता हैं क्योंकि कलौंजी का तेल एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है और यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। यह लिवर को स्वस्थ रखने के साथ ही साथ कैंसर जैसी भयानक बीमारी से लड़ने में उपयोगी होता है।

अदरक का प्रयोग करें:

अदरक को भी हमारे हेल्थ एक्सपर्ट लिवर के लिए लाभकारी बताते है, अदरक का सेवन नियमित रूप से करने से लिवर की काम करने की क्षमता बढ़ जाती है, क्योंकि अदरक में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भरपूर मात्रा में होते हैं जो लिवर की समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं।


नींबू का प्रयोग

नींबू में पाए जाने वाले पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण यह लिवर के लिए लाभकारी सिद्ध होता हैं, अगर बात करें नींबू और गर्म पानी की तो ये दोनो साथ लेने से शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं जो लिवर की समस्याओं के लिए लाभकारी होता है। नींबू पानी पाचन क्रिया को मजबूत करने के लिए भी उत्तम माना जाता है। दिन में एक से दो बार इसका सेवन करने से लीवर और शरीर स्वस्थ बनता है।


 हल्दी का प्रयोग:

हल्दी हमारे लिवर के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता हैं, क्योंकि हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेट्री, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टेरियल गुण होते हैं जो लिवर के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। अगर हल्दी का सही और संतुलित तरीके से प्रयोग किया जाय तो ये लिवर के साथ ही साथ हमारी इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाने में मदद करता हैं।

चुकंदर का प्रयोग करें:

चुकंदर को हमारे आयुर्वेद चिकित्सा में लिवर के लिए लाभकारी माना जाता हैं, अगर आप लिवर की समस्या के साथ ही साथ हिमोग्लोबिन की मात्रा कम होने के कारण से परेशान हैं तो आप रोजाना अपने भोजन में चुकंदर का प्रयोग करें, क्योंकि चुकंदर हीमोग्लोबिन बढ़ाने और ब्लड से सम्बंधित समस्याओं के लिए अच्छा होने के साथ यह शरीर की अन्य बीमारियों से रक्षा करने में कारगर है। यह लिवर को मजबूत बनाता है।लौकी 

लौकी का प्रयोग करें:

लिवर तथा पाचन को मजबूत बनाने में लौकी को को स्वस्थ रखने के लौकी को फायदेमंद माना जाता हैं। लीवर को मजबूत बनाने के लिए आप लौकी, हल्दी, धनिया, गिलोय और काला नमक मिलाकर कम से कम दस से पंद्रह दिन तक जूस बनाकर इस जूस का सेवन करें, इस जूस को पीने से लीवर की सारी गन्दगी अपने आप निकल जाएगी.

आंवला का प्रयोग करें:

आंवला में पाए जाने वाले पोषक तत्व और एंटी ऑक्सीडेंट गुण के कारण ये लिवर के लिए फायदेमंद माना जाता हैं, लीवर के विषैले पदार्थ निकालने के लिए आप गाजर, आंवला और सेंधा नमक मिलाकर भी जूस बना सकते हैं. इस जूस को पीने से लीवर की सूजन मात्र एक हफ्ते में ही कम हो सकती है।

सेब का सिरका प्रयोग करें:

सेब का सिरका लीवर के लिए लाभकारी माना जाता है, हेल्थ एक्सपोर्ट के अनुसार जिन लोगों को लीवर से संबंधित कोई परेशानी है तो उन्हें सेब का सिरका रोजाना खाने के साथ खाना चाहिये। क्योंकि इससे हमारा लीवर एक दम साफ सुथरा होने में मदद मिलती है। सेब का सिरका हमारे लीवर को स्वस्थ बनाए रखने में एक बहुत ही बड़ा भूमिका निभाता है

लहसुन का प्रयोग करें:

हमें रोज सुबह उठकर खाली पेट दो लहसुन खानी चाहिए। हमे लहसुन खाने के बाद हमें एक दो गिलास पानी पीना चाहिए। ध्यान रखें लहसुन के सेवन करने के 25 से 30 मिनट बाद ही नस्ता करें। क्योंकि लहसुन हमारे लिवर को साफ रखता है। बीमारियों से बचाए रखने में मदद करता है। तो ऐसे में हमें अपने लिवर की सफाई 30 दिन में एक बार जरूर करनी चाहिए।


शहद और पानी का प्रयोग करें:

हमें सुबह खाली पेट लहसुन खाने के बाद गुनगुने पानी में शहद मिलाकर पीना चाहिए। गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर और फिर उसे दो लहसुन खाने के बाद पी लेने से शरीर में जमी गंदगी बाहर निकलने में मदद मिलती हैं। क्योंकि शहद में मिला गुनगुना पानी हमारे लीवर को साफ रखता है।


निष्कर्ष (conclusions):-

इस लेख में लिवर को कैसे साफ करें लिवर का रामबाण इलाज, के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की गई है, उम्मीद है कि आपको ये लेख पसंद आया होगा परंतु फिर भी अगर आप मुझसे स्वास्थ्य से संबंधित कोई भी प्रश्न पूछना चाहते हैं तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं मैं आपके प्रश्नों के उत्तर देने की पूरी कोशिश करूंगी धन्यवाद!


इसे भी पढ़ें:

फेफडा खराब होने पर कितने दिनों तक जिंदा रह सकता हैं आदमी


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ