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अगर आपके भी हाथो पैरो में लंबे समय से झुनझुनाहट है तो ऐसे में लापरवाही पड़ सकता हैं भारी।

 हांथ पैर में झनझनाहट,या कमजोरी महसूस करना,या हांथ पैर का सुन्न पड़ जाना ये सब एक ऐसी समस्या है जिसका सामना लगभग सभी लोगो को अपने लाइफ में करना पड़ता है,अक्सर जब हम कभी एक अवस्था में काफी देर तक बैठे रहते है तो हमारे पैरो या हाथो में झुंझुनाहट होने लगती है जिसके कारण से हम अपने पैरो को हिलाने डूलाने में तकलीफ होने लगती है,इस समस्या का कारण विटामिन की कमी,या ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से ना होने के कारण भी हो सकता है,जो की आम बात है,परंतु अगर आपको बार बार ये समस्या हो रही है तो ऐसे में बिल्कुल भी देरी न करे तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करे ,क्योंकि बार बार पैरो हाथो में झुनझुनाहट,या फिर पैरों का सुन्न हो जाना किसी गंभीर बीमारी को भी प्रदर्शित करते है,जो आपके स्वास्थ्य के लिए बिलकुल भी सही नही है,आज हम इस लेख में उन तथ्यों के बारे में बात करेंगे जिसके कारण से हमारे हांथ पैर में झनझनाहट आदि समस्या होने लगती है।

हाथ-पैरों में कमजोरी झुनझुनी का एहसास होना है किस बीमारी के लक्षण


विषय सूची

हाथ-पैरों में कमजोरी झुनझुनी का एहसास होने का कारण

हाथ-पैरों में कमजोरी झुनझुनी का एहसास होना है किस बीमारी के लक्षण

हाथ-पैरों में कमजोरी झुनझुनी के उपाय


हाथ-पैरों में कमजोरी झुनझुनी का एहसास होने का कारण (Reason for feeling of weakness in hands and feet in Hindi):

अगर आप भी बार बार अपने हाथों और पैर के सुन्न पड़ जाने या फिर झुनझुनाहट,या फिर कमजोरी से परेशान है तो ऐसे में आज इस लेख में हम इनका कारण और निवारण के बारे में विस्तार से जानकारी देने की पूरी कोशिश करेंगे।


विटामिन की कमी के कारण (due to vitamin deficiency in Hindi):

हांथ पैर में झनझनाहट या फिर सुन्न पड़ जाने का कारण विटामिन की कमी भी माना जा सकता हैं,इन विटामिनो में मुख्य रूप से विटामिन बी और विटामिन ई जिम्मेदार हैं,इन विटामिन की कमी से हमारे हांथ पैर में झनझनाहट महसूस होती है।जब 

हम सही खाद्य पदार्थ का सेवन नही करते है तो ऐसे में हमारे शरीर को पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिलते हैं,जिसके कारण से हमारे शरीर की नसे कमजोर पड़ने लगती है और जिसके फलस्वरूप हमारे हांथ पैर में झनझनाहट, सुन्न,या फिर कमजोरी महसूस होने लगती है।


देर तक एक ही अवस्था में बैठे रहने के कारण (due to sitting in one position for a long time in Hindi):

जब हम कभी काफी देर तक एक ही अवस्था में गलत तरीके से बैठे रहते है तो ऐसे में भी हमारे हांथ पैर सुन्न या फिर झंझनहाट महसूस होने लगती है।ये एक आम समस्या है,ये किसी बीमारी को और इशारा नही करते है,लेकिन अगर आपको ये समस्या दिन में पांच से छह बार हो रही है और आप सही तरीके से और ज्यादा देर तक एक ही अवस्था में नही बैठे रहते है तो ऐसे में एक बार डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत है।


नसो में दबाव के कारण (due to pressure in the veins in Hindi):

अगर आप  भी बार बार झनझनाहट या फिर हांथ पैर के सुन्न हो जाने से परेशान हैं तो ऐसे में इसका कारण आपके नसो में दबाव भी हो सकता था, नसो में दबाव का कारण हमारा गलत तरीके से उठना,बैठना आदि कारण हो सकता है,गलत तरीके से उठने बैठने से हमारे हांथ पैर कमर या फिर गर्दन की नसे दब जाती है जिसके कारण से हमे ये सब समस्याएं होने लगती है।इसके अतिरिक्त जब हमारे शरीर के रीढ़ की हड्डी खराब होने लगती है तो हमारे रीड की हड्डी के आसपास की नसों पर दबाव बनने लगता है जिसके कारण से हमारे  शरीर में सर्वाइकल शुरू हो जाता है,जिसके कारण से पूरे शरीर में झुंझनाहट महसूस होने लगती है।

शराब के सेवन के कारण (due to alcohol consumption in Hindi):

शराब का अत्यधिक मात्रा में सेवन के कारण से भी आपको हांथ पैर या फिर पूरे शरीर मे झुनझुनाहट,सुन्न आदि की समस्या हो सकती है,क्योंकि शराब के सेवन से हमारे बॉडी में विटामिन और फोलेट कम होने लगता है,जिसके कारण से हमारे शरीर की नसे कमजोर होने लगती है,और आपको इस समस्या का सामना करना पड़ता है।

थायराइड के कारण (due to thyroid in Hindi):

आजकल महिलाओ में थायराइड की समस्या बढ़ती जा रही है,महिलाओ के हांथ पैर में झनझनाहट का एक कारण थायराइड भी हो सकता है,महिलाओ में ये समस्या का कारण उनका अनुचित देखभाल का कारण बन सकता है,अगर आप इस समस्या से बचना चाहती है तो ऐसे में जब आपको थॉयरॉयड के शुरुआती लक्षण दिखे तो जल्द हीइसका उचित इलाज करवाएं।


रक्त संचार में कमी होने के कारण (due to lack of blood circulation in Hindi):

हांथ पैर में झनझनाहट या सुन्न पड़ जाने का एक बड़ा कारण शरीर में रक्त संचार की कमी हो जाने की वजह से भी हो सकता है। जब आपके  शरीर में रक्त संचार ठीक तरीके से नहीं हो पाता है या फिर रक्त संचार के मार्ग में  कोई रुकावट पैदा होती है तो यह नसों पर बुरा असर डालती है,जिसके कारण से हमारी नसे कमजोर हो जाती है,जिससे वजह से आपके शरीर के कई अंगों में पर्याप्त ऑक्सीजन नही पहुंच पाता है और जिसके कारण से हमारा शरीर में  झुनझुनाहट या फिर सुन्न पड़ने जैसी समस्या होने लगती है।


देर तक टाइपिंग के कारण (long typing time in Hindi):

अगर आप ऐसा काम करते है जिसके कारण से आप को ज्यादा समय कंप्यूटर पर बैठकर टाइपिंग करना पड़ता है तो इस कारण से भी आपके हांथ पैर में झुनझुनाहट,सुन्न आदि की समस्या हो सकती है,क्योंकि जब हम देर तक एक ही जगह पर बैठकर टाइपिंग करते है तो इससे हमारे हाथों और पैरों की नसों में दबाव पड़ने लगता है,जिसके कारण से हमारी नसे कमजोर पड़ने लगती हैं,और हमे इन समस्या का सामना करना पड़ता है।


किसी प्रकार की चोट (any kind of injury in Hindi):

अगर आपको बहुत पहले कोई भरी चोट या फिर एक्सीडेंट हुआ हो तो आप के हाथ-पैरों में झनझनाहट  हो सकती है, इसका मुख्य रूप से कारण नसों का संकुचन हो सकता है या फिर नसे डैमेज होने के कारण हो सकता हैं, जिसके फलस्वरूप नसों में सूजन और दर्द होने लगता है।अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे है तो ऐसे मे आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए,जिससे आपका समय रहते उपचार प्राप्त किया जा सके।

हाथ-पैरों में कमजोरी झुनझुनी का एहसास होना है किस बीमारी के लक्षण (The feeling of weakness and tingling in hands and feet is the symptom of which disease in Hindi?):

अगर आप भी बार बार अपने हाथों और पैर के सुन्न पड़ जाने या फिर झुनझुनाहट,या फिर कमजोरी से परेशान है तो ऐसे में अब  इस लेख में हम इन बीमारी  के लक्षण और निवारण के बारे में विस्तार से जानकारी देने की पूरी कोशिश करेंगे।

कार्पल टनल सिंड्रोम (carpal tunnel syndrome in Hindi):

कार्पस (corpus) का हिंदी में मतलब होता है कलाई,ये एक ऐसी बीमारी है जिसमे आपकी कलाई की कोई नस दब जाती है, जिसके कारण आपके हाथ और पूरी बांह में तेज दर्द और अकड़न हो जाती है।
  • आपको आपकी हथेली के अंगूठे, तर्जनी, मध्यमा और अनामिका के आधे हिस्से में जलन, झुनझुनी, दर्द या खुजली  महसूस हो सकता हैं।
  • आप एक प्रकार का  झटका भी महसूस कर सकते हैं जो आपकी उंगलियों में चला जाता है।
  • जब आप सुबह उठते हैं तो झुनझुनी की अनुभूति आपकी बांह या कंधों तक जाती है।
  • रात में आपकी उंगलियां सुन्न हो जाती होंगी ।

किडनी सम्बंधित बीमारी (kidney disease in Hindi):

किडनी संबंधी बीमारी होने पर व्यक्ति के हाथों पैरो में झुंझुनाहट,जकड़न, दर्द आदि की समस्या महसूस हो सकता हैं,किडनी की बीमारी होने पर इसके साथ ही निम्न लक्षण देखने को मिल सकते हैं।

  • मांसपेशियों में ऐंठन और मरोड़ हो सकता हैं।
  • किडनी खराब होने पर पीठ में दर्द होने की शिकायत भी हो जाती है।
  • किडनी खराब होने के शुरूवाती दौरान में आपको बहुत ज्यादा पेशाब,पेशाब में झाग,पेशाब में बबल जैसे लक्षण देखने को मिल सकते है
  • गुर्दे की विफलता शरीर में विषाक्त पदार्थों का निर्माण कर सकती है, जिससे थकान और कमजोरी महसूस होती है।
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मधुमेह की बीमारी (diabetes mellitus in Hindi):

शरीर में अगर आपको झुंझूनी,जकड़न या फिर सुन्न जैसा महसूस होने पर यह मधुमेह की बीमारी के संकेत हो सकते है।अगर आपको मधुमेह की शिकायत है तो ऐसे में निम्न लक्षण देखने को मिल सकते हैं।

  • ज्यादा प्यास लगना
  • मूड बदलना
  •  बार-बार पेशाब का आना
  •   सिर दर्द, चक्कर आना
  •   आँखों की रौशनी कम होना
  • मांसपेशियों में ऐंठन 
  •   घाव धीरे-धीरे ठीक होते है।
  •  हाथों, पैरों और गुप्तांगों पर खुजली वाले जख्म
  •   बार-बर फोड़े-फुंसियां निकलना

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गठिया बीमारी (rheumatic disease in Hindi):

अंग्रेजी में इसे आर्थराइटिस (Arthritis) के नाम से जाना जाता है। गठिया एक, उससे अधिक या सयुक्त जोड़ों की सूजन को दर्शाता है। यह रोग घुटनों में दर्द और अकड़न पैदा कर देता है और आमतौर पर बुजुर्ग वर्ग में पाया जाता है, लेकिन आज के दौर में बदलती जीवनशैली की वजह से यह रोग युवाओं में भी देखा जा रहा है। पुरूषों की तुलना में महिलाओं के अंदर यह शिकायत ज़्यादा देखने को मिलती है,गठिया रोग होने पर भी व्यक्ति के हांथ पैर में झुनझुनी,सुन्न पन आदि की समस्याएं देखने को मिल सकती है।कुछ अन्य रोग जैसे कि–सिलियक रोग, मल्टीपल, ल्युपस और स्केलेरोसिस की वजह से भी हाथ, पैर और शरीर में झनझनाहट हो सकती हैं।


गर्भावस्था के दौरान (during pregnancy in Hindi):

कुछ महिलाओ को गर्भावस्था के दौरान पैर हांथ में झुनझुनाहट,सुन्न,जकड़न,पैर में दर्द आदि की समस्याएं हो सकती हैं,ऐसे में आपको घबराने की जरूरत नहीं है,ऐसे में आप अपने उठने बैठने पर विशेष ध्यान दे साथ ही अच्छे खाद्य पदार्थों का सेवन करे जिससे आपको और आपके बच्चे को पर्याप्त पोषक तत्व आसानी से मिल सके,और रोज सुबह शाम हल्की योगाभ्यास करे,जिससे आपको इन समस्याओं से निजात मिल सके।


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हाथ-पैरों में कमजोरी झुनझुनी के उपाय (Remedy for weakness tingling in hands and feet in Hindi):

हाथों और पैरों में कमजोरी और झुनझुनी सनसनी कई अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थितियों का संकेत हो सकती है, जैसे कि तंत्रिका या ऑटोइम्यून विकार, या आयरन या विटामिन बी 12 जैसे पोषक तत्वों की कमी। हालाँकि, कुछ घरेलू उपचार इन लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। यहाँ कुछ विकल्प दिए गए हैं:


 1. मालिश: आवश्यक तेलों से हाथों और पैरों की मालिश करना या हाथ से मालिश करने वाले का उपयोग करना परिसंचरण को बढ़ावा दे सकता है, तनाव से राहत दे सकता है और कमजोरी और झुनझुनी की भावना को कम कर सकता है।


 2.गर्म पानी में भिगोएं: गर्म पानी में एप्सम सॉल्ट या लैवेंडर के तेल की कुछ बूंदों को मिलाकर पैरों और हाथों को भिगोने से नसों के दर्द, सूजन को कम करने और विश्राम को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है।


 3. व्यायाम: नियमित शारीरिक गतिविधि, विशेष रूप से वे जो बाहों और पैरों की गति को बढ़ावा देती हैं, रक्त प्रवाह को प्रोत्साहित करने, सूजन को कम करने और कमजोरी और झुनझुनी के लक्षणों को रोकने या कम करने में मदद कर सकती हैं।

 4. संतुलित आहार: विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर संतुलित आहार स्वस्थ तंत्रिका क्रिया को बनाए रखने में मदद कर सकता है। पत्तेदार साग, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन, और आयरन और विटामिन बी 12 से भरपूर खाद्य स्रोत जैसे नट्स, बीन्स और सीफूड जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें।


 5. हाइड्रेटेड रहें: निर्जलीकरण से इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो सकता है, जिससे हाथ और पैरों में कमजोरी और झुनझुनी हो सकती है। खूब पानी पीने और हाइड्रेटेड रहने से स्वस्थ संतुलन बनाए रखने में मदद मिल सकती है।

हाथ-पैरों में कमजोरी झुनझुनी के उपाय

 

यदि लक्षण बने रहते हैं या बिगड़ जाते हैं, तो उचित निदान और उपचार के लिए स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है

निष्कर्ष:

मैने इस लेख में हांथ पैर में झुनझुनाहट होने के कारण,बीमारी,और उपचार के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने की कोशिश की है परंतु फिर भी अगर आप मुझसे स्वास्थ्य से संबंधित कोई भी सवाल पूछना चाहते हैं तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं मैं आपके प्रश्नों के उत्तर देने की पूरी कोशिश करूंगी धन्यवाद!


अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। हरे कृष्णा हेल्थ केयर एंड फिटनेस इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता


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