बदलते मौसम और बारिश के कारण नए वायरस और बैक्टीरिया भारी मात्रा में उत्पन्न होते है, जिस वजह से हर साल बीमारियो के बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे ही इन दिनों देश मे आई फ्लू (eye flu) की समस्या दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है, दिल्ली हो या फिर उत्तर प्रदेश हो देश के हर राज्य में आई फ्लू का संक्रमण देखने को मिल रहा है, आई फ्लू इसे मेडिकल भाषा में पिंक आई इन्फेक्शन (Pink Eye) या कंजंक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) भी कहा जाता है। ऐसा माना जा रहा है कि बारिश और बाढ़ के बाद यह स्थिति पैदा हुई है। आज हम इस लेख में आई फ्लू क्या है, आई फ्लू के कारण, लक्षण, और घरेलू उपचार आदि से संबंधित सभी महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करेंगे।
आई फ्लू क्या है (what is eye flu in Hindi):-
आई फ्लू आंख से संबंधित एक बीमारी है, जिसे आम बोलचाल की भाषा में आंख उठना या आंख आना भी कहा जाता है, तथा मेडिकल भाषा में पिंक आई (Pink Eye) या कंजंक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) के नाम से भी जाना जाता है।
आई फ्लू आंखो का संक्रमण है, आई फ्लू के ज्यादातर मामले एडेनोवायरस के संक्रमण की वजह से होते हैं, इस फ्लू से संक्रमित होने पर रोगी की आंखें लाल हो जाती हैं और उनमें खुजली होने लगती है,आंखो में दर्द होना,आंखों से पानी बहना, और लाइट से दिक्कत महसूस होने लगती हैं। इस बीमारी में आंखों के सफेद हिस्से में मौजूद लेयर कंजंक्टिवा में सूजन होती है।
आई फ्लू के कारण (due to flu in Hindi):-
आई फ्लू होने के निम्न कारण देखने को मिल सकते है:
- वातावरण में संक्रमण फैलने के कारण आई फ्लू होने का खतरा बढ़ जाता हैं।
- गंदगी, धूल-मिट्टी अदि के संपर्क में अधिक समय तक रहने से भी आंखो में सूजन होने की समस्या हो सकती हैं।
- बरसात के मौसम में नमी, बैक्टीरिया और वायरस के कारण आई फ्लू होने की संभावना बढ़ जाती है।
- अगर आप आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आ जाते है या फिर रोगी की इस्तेमाल की गई वस्तु को प्रयोग में लाने के कारण भी आई फ्लू से संक्रमित हो सकते हैं।
- आंखों की अच्छे से सफाई न रखने के कारण आई फ्लू होने का खतरा बढ़ जाता हैं
- दूषित सतह को छूने के बाद उसी हाथ से आंखों को छूने के कारण भी आई फ्लू होने का खतरा बढ़ जाता हैं।
आई फ्लू के लक्षण (symptoms of eye flu in Hindi):-
आई फ्लू होने पर आपको निम्न लक्षण देखने को मिल सकते हैं।
- आंखों में कीचड़ ज्यादा आना
- आंखों का लाल होना
- आँखों से धुधला दिखाई देना
- सुबह उठने पर आंखों का चिपकना
- आंखों में सूजन होना
- आंख में दर्द की समस्या होना
- आंख से पानी आना
- आंख में खुजली होना
- शुरुआत में यह लक्षण एक आँख में नजर आते हैं और लापरवाही करने पर दुसरे आँख में भी फ़ैल सकता हैं।
- आई फ्लो के गंभीर स्थिति में कुछ लोगों के आँख से खून भी निकल सकता हैं।
आई फ्लू के घरेलू उपचार (home remedies for eye flu in Hindi):-
आई फ्लू जिसे पिंक आई के नाम से भी जाना जाता है, को ठीक करने के लिए कुछ घरेलू उपचार को प्रयोग में लाकर ठीक किया जा सकता हैं, नीचे आई फ्लू को ठीक करने के घरेलू उपाय बताए गए है, इन उपायों का प्रयोग करने से आप कुछ हद तक आई फ्लू से आराम पा सकते है। लेकिन ध्यान रहे ये बताए गए उपाय आई फ्लू को ठीक करने का परमामेंट इलाज नहीं है।
पानी का प्रयोग करें:
आई फ्लू के इन्फेक्शन को कम करने के लिए आप गर्म पानी और ठंडे पानी का प्रयोग कर सकते है। गर्म सेक पलकों पर चिपचिपा स्राव या पलकों पर बनने वाली पपड़ी को कम करने में मदद करता है। ठंडा सेक खुजली और सूजन से राहत देने में मदद कर सकता है।
कैसे इस्तेमाल करे:
आप पानी को गर्म कर ले, फिट एक तौलिया या रुमाल की मदद ले, अपनी आंखो को बंद कर ले, और तौलिए की मदद से गर्म पानी से आंखो को आराम से साफ करे।
कुछ देर बाद आप ठंडे पानी या आइस क्यूब की मदद से अपने आंखो को साफ कर ले।
गुलाब जल का प्रयोग करें:
गुलाब जल हमारे स्किन को चमकदार बनाने के साथ ही साथ ये हमारे आंखो के लिए भी लाभकारी होता है, गुलाब जल के प्रयोग से आंखो की सूजन और कीचड़ की समस्या कम होने में मदद मिलती है।
कैसे इस्तेमाल करे:
आप गुलाब जल को रूई या कॉटन की मादा से अपने आंखो की पलकों पर लगा सकते है, आप गुलाब जल की दो बूंद को ठंडे पानी में डालकर आंखो को साफ कर सकते है। इस प्रक्रिया। को आप दिन में दो बार सुबह शाम कर सकते है।
हल्दी का प्रयोग करें:
हल्दी को आई फ्लू के प्रभाव को कम करने के लिए फायदेमंद माना जा सकता है, क्योंकि हल्दी में सुजनरोधी गुण पाए जाते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद करते है।
कैसे इस्तेमाल करें:
एक चम्मच हल्दी के पाउडर को एक बड़े गिलास के पानी में डालकर उबाल लें,इसे तब तक उबाले जब तक पानी एक चौथाई ना हो जाए , अब इस बचे हुए पानी को रूई की मदद से आंखो को अच्छे से साफ कर ले, ये प्रक्रिया आप दिन भर में दो से तीन बार कर सकते है ।
आलू का प्रयोग करें:
आलू को भी आई फ्लू के लिए एक बेहतर विकल्प माना जा सकता है, आलू में पाई जाने ठंडक आपके आंखो में होने वाले दर्द, और जलन को कम करने में मदद करता है।
कैसे इस्तेमाल करें:
- एक बड़े कच्चे आलू को छीलकर उसे मिक्सर में पीस ले ले और उस पीसे हुए आलू को आंखो के आसपास लगाकर कुछ देर आराम करे। दस से पंद्रह मिनट बाद आप अपने आंख को साफ पानी से धो लें।
- आप खीरे की तरह आलू को काटकर भी अपनी आंखो पर कुछ देर तक रख सकते है।
आंवले के रस का प्रयोग करें:
आंवले को आंखो के लिए एक बहुत ही बेहतरीन औषधि के रूप में जाना जाता हैं, आंवले के रस के प्रयोग से भी आई फ्लू की समस्या को कम किया जा सकता हैं।
कैसे इस्तेमाल करें:
आंवले के रस को 10 ml रोज सुबह शाम गुनगुने पानी में डालकर पीने से आंख के दर्द ,कीचड़, और सूजन की समस्या कम हो सकती है। आंवले के रस को आप घर पर भी बना सकते है।
शहद का प्रयोग करें:
शहद को भी आई फ्लू के संक्रमण को कम करने के लिए फायदेमंद माना जाता हैं, शहद में सूजन को कम करने के गुण पाए जाते हैं, जिस कारण से आई फ्लू के कारण आंख में हुई सूजन को करने में मदद करते है।
कैसे इस्तेमाल करें:
आप एक गिलास साधारण पानी में एक चम्मच शहद को अच्छे से मिला ले, अब इस पानी से अपनी आंखो में अच्छे से छिटा मारे। ये प्रक्रिया आप दिन में दो बार कर सकते है।
पालक और गाजर का प्रयोग करें:
पालक और गाजर दोनो को आंखो के लिए फायदेमंद माना जाता हैं, पालक और गाजर में पाए जाने विटामिन आंखो की सूजन को कम करने के साथ ही साथ आंखो की रोशनी बढाने में मदद करते है।
कैसे इस्तेमाल करें:
चार से पांच पालक के पत्ते और दो से तीन गाजर को अच्छे से धोकर मिक्सर में पीस ले और इसका जूस बनकर सुबह शाम सेवन करें।
तुलसी का प्रयोग करें:
तुलसी कई औषधीय गुणों से भरपूर होती है. इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण पाए जाते हैं. जिस कारण से यह सूजन को कम करने में मदद करता है।
कैसे इस्तेमाल करें:
तुलसी के कुछ पत्तों को पानी में भिगोकर रातभर के लिए भिगोकर रख दें. फिर सुबह तुलसी वाले पानी से आंखों को धो लें.
आई फ्लू होने पर क्या करें ?(What to do to avoid eye flu in Hindi):-
यदि आपको कंजंक्टिवाइटिस या आई फ्लू हो गया है तो इसका घरेलू इलाज करने के साथ ही साथ इन बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी है।
- सबसे पहले हाथों को बार-बार साबुन और गर्म पानी से कम से कम 15 सेकंड तक धोएं।
- आंखों को छूने या आंखों में आई ड्रॉप डालने से पहले और बाद में हाथों को जरूर साफ़ करें।
- टैप वाटर की बजाय आरओ के पानी से धोना आँखों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है।
- यदि एक आंख में कंजंक्टिवाइटिस है, आंखों को मलने से बचें वरना दूसरे आंख में भी आई फ्लू होने का खतरा बढ़ सकता हैं।
- यदि आप कॉन्टैक्ट लेंस पहनती हैं, तो सुनिश्चित करें कि वे ठीक से साफ किए गए हों। वरना कुछ दिनों के लिए कॉन्टैक्ट लेंस पहनना बंद कर दे।
- अपने समान की शेयरिंग न करें, किसी दूसरे को तौलिया, रुमाल इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- यदि बच्चों के आंख में आई फ्लू हो गया हो, तो उसे स्कूल नहीं भेजना चाहिए।
- यदि आपको आई फ्लू हो गया है तो तीन-चार दिन रोगी को आराम करना चाहिए।
- आंखों को तीन-चार बार गुनगुने पानी से धोना चाहिए।
- किसी व्यक्ति से हाथ नहीं मिलाना चाहिए।
- बाहर धूप में निकलने से बचना चाहिए।
- ज्यादा भीड़भाड़ एरिया में नहीं जाना चाहिए।
- आंखो पर काला चश्मा लगाए रखे।
- मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का प्रयोग ना करें
आई फ्लू कितने दिन में ठीक होता है?
निष्कर्ष (conclusion):
इस लेख में आपको आई फ्लू या पिंक आई से संबंधित सभी बातों को अच्छे से समझाने की पूरी कोशिश की गई है, उम्मीद है कि आपको मेरा ये लेख पसंद आया होगा परंतु फिर अगर आप मुझसे स्वास्थ्य से संबंधित कोई भी प्रश्न पूछना चाहते हैं तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं मैं आपके प्रश्नों के उत्तर देने की पूरी कोशिश करूंगी धन्यवाद!
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