स्वस्थ जीवन व्यतीत करने के लिए पाचन तंत्र का स्वस्थ होना बहुत ही जरूरी होता हैं, परंतु अत्यधिक ऑयली मसालेदार भोजन का सेवन करने से पेट की गर्मी का बढ़ जाना एक बहुत ही कॉमन परेशानी है। पेट की गर्मी की यह परेशानी गर्मियों के मौसम में अधिकांशतः देखी जाती है, पेट में गर्मी बढ़ जाने पर पेट में अत्यधिक जलन, पेट दर्द और सूजन, और बेचैनी आदि समस्याएं हो सकती है, पेट की गर्मी यदि लंबे समय तक बनी रहे तो यह पाचन तंत्र को कमजोर बनाने के साथ ही साथ यह आपके शरीर को कई अन्य बीमारियों से ग्रसित कर सकता है, अधिकतर लोग पेट की गर्मी का इलाज करने के लिए महंगी दवाईयों का सेवन करने लगते हैं, लेकिन आप घरेलू नुस्खों को अपनाकर अपनी इस परेशानी का उपचार कर सकते हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि पेट की गर्मी बढ़ने के क्या कारण हैं और इससे कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं. साथ ही हम आपको कुछ पेट की गर्मी के लिए आयुर्वेदिक दवा भी बताएंगे।
पेट की गर्मी बढ़ने के कारण:
पेट की गर्मी बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे-
- शरीर में पानी की कमी,
- मसालेदार भोजन का सेवन
- धूम्रपान और शराब का सेवन
- अत्यधिक तनाव
- पेट में संक्रमण
- अल्सर और गैस्ट्र्रिटिस की समस्या
पेट में गर्मी बढ़ने के लक्षण:
- पेट में गर्मी बढ़ने के निम्न लक्षण हो सकती है. पीड़ित को पेट में गैस
- जलन
- ब्लोटिंग
- उल्टी
- भूख का कम लगना
- पेट में दर्द
- पेट में ऐंठन
- दस्त की समस्या
पेट की गर्मी बढ़ने पर होने वाली बीमारियां:
पेट की गर्मी बढ़ने पर आपकी बॉडी में शुरुआती दौर में निम्न बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता हैं।
- पेप्टिक अल्सर
- मुंह में बार-बार छाले
- सिर दर्द रहना
- मतली होना
- घबराहट
- थकान
पेट की गर्मी के लिए आयुर्वेदिक दवा (Ayurvedic medicine for stomach heat in Hindi):-
अधिकांश लोग पेट की गर्मी को शांत रखने के लिए दवाइयों का सेवन करते है, लेकिन आप यदि जल्दी आराम चाहते हैं तो दवाइयों के साथ कुछ घरेलू नुस्खे को अपना सकते हैं, और यदि आप बगैर दवा के भी इन घरेलू नुस्खे का सेवन करते हैं तो भी आपको इस समस्या से निजात मिल सकता हैं, परंतु ध्यान रहे ये घरेलू नुस्खे एक दिन में आपकी पेट की गर्मी को शांत नहीं कर सकते हैं, इसे ठीक होने में कुछ महीने लग सकते हैं।
1. छांछ (buttermilk):
गर्मियों के मौसम में पेट की गर्मी को शांत करने के लिए छांछ सस्ता और असरदार औषधि साबित हो सकता हैं, जी हां! पेट की गर्मी को शांत करने के लिए सुबह खाली पेट छांछ का सेवन कर सकते हैं, इसको उपयोग में लाने के लिए आप एक बड़े गिलास में छांछ, काला नमक स्वादानुसार, और दो चार पुदीना के पत्ते को डालकर पी ले, इस विधि का उपयोग आप खाना खाने के बाद भी कर सकते है, ध्यान रहे यह विधि एक दिन में आपकी पेट की गर्मी को शांत नहीं कर सकता हैं, इस विधि को आप कई दिनों या महीनो तक करना है।
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2. इलायची (Cardamom) :
इलायची के बीज खाने में स्वादिष्ट होने के साथ ही साथ यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ही लाभकारी होता हैं, इलायची के बीज की तासीर ठंडी होने के कारण यह पेट की गर्मी को, सीने में जलन व मिचली के लक्षणों को कम करते हैं. आप इसे उपयोग में लाने के लिए खाना खाने के बाद सीधा ले सकते हैं, या फिर पानी में इलायची के बीजों को उबालकर भी ले सकते हैं, इलायची के बीज का सेवन पेट की गर्मी को दूर करने के साथ ही आपकी सांस तरोताजा रहती हैं।
3. एलोवेरा (Aloe Vera):
आप सभी ने एलोवेरा के बारे में जरूर सुना होगा, एलोवेरा का जूस हमारे शरीर और पाचन तंत्र दोनो को ठंडा रखता है, एलोवेरा जूस का रोजाना सुबह के वक्त के सेवन करने से ये हमारे आंतों की गर्मी व पेट में जलन से राहत दिलाता है. आप एलेवेरा के जूस को मार्केट से या फिर घर पर बनाकर उपयोग कर सकते हैं, एलोवरा जूस शरीर को देर तक हाइड्रेट रखता हैं।
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4. आंवला (amla):
आंवला का सेवन करना हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता हैं, आंवला हमारे शरीर पर ठंडा प्रभाव डालता है और यह पाचन तंत्र को शांत करने के साथ ही साथ पेट की गर्मी को शांत करने में मदद करता है। आंवले का सेवन करना पाचन स्वास्थ्य का समर्थन करने और आंत में गर्मी को कम करने के लिए बहुत लाभकारी होता हैं, पेट की गर्मी को शांत करने के लिए आंवले का पाउडर या जूस का सेवन किया जा सकता है।
5. पुदीना (Mint):
गर्मियों के मौसम में पुदीना का सेवन करना बहुत ही लाभकारी होता हैं, पुदीने की पत्तियां ठंडक और ताजगी से भरपूर होती हैं. अतः इसका सेवन करना पेट की गर्मी तथा पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करता हैं, पुदीने की चाय या इन्फ्यूज्ड पानी आंत को ठंडा करने, सूजन को कम करने और स्वस्थ पाचन का समर्थन करने में मदद कर सकता है।
6. धनिया (Coriander):
गर्मियों के मौसम में धनिया के बीज या पत्ते का सेवन करना लाभकारी होता हैं, धनिया के बीज और पत्ते की तासीर ठंडी होती हैं, अतः यह अपने ठंडे गुणों के कारण ही पेट की गर्मी को शांत करने में मदद करता हैं। पेट को ठंडा करने और पाचन में सहायता करने के लिए धनिया का उपयोग खाना पकाने में किया जा सकता है, इसके अलावा हर्बल चाय बनाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
7. सौंफ (Fennel):
सौंफ के बीज का सेवन करना हमारे पाचन तंत्र पर सकारात्मक प्रभाव डालता है, आयुर्वेद एक्सपर्ट के अनुसार सौंफ के बीज की तासीर ठंडी होती हैं, अतःसौंफ में मौजूद पोषक तत्व तथा इसकी ठंडी तासीर होने के कारण यह पेट की गर्मी को शांत करने में मदद करता हैं, पेट की गर्मी को शांत करने तथा पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए खाना खाने के बाद इसका इस्तेमाल किया जा सकता है, इसके अलावा आप ताज़ा सौंफ पानी में डालकर भी इसका सेवन किया जा सकता है।
8. गुलाब की पंखुड़ियां (rose petals):
गुलाब की पंखुड़ियां दिखने में खूबसूरत होने के साथ ही साथ यह स्किन और पेट की गर्मी को शांत करने के लिए भी फायदेमंद होता हैं, गुलाब की पंखुड़ियों की तासीर ठंडी होने के कारण यह पेट को ठंडा करने में मदद करती है। इसे उपयोग में लाने के लिए पानी में गुलाब की पंखुड़ियां डालकर पीने या हर्बल चाय में गुलाब जल का सेवन करने से शरीर को ठंडा करने में मदद मिल सकती है।
9. जीरा (Cumin):
जीरा की तासीर ठंडी होने के कारण इसका सेवन करना पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होता हैं, जीरे का सेवन करना पेट में हो रहे गैस, तथा पेट को ठंडा रखने में मदद करता हैं, जीरे पर किए गए कई रिसर्च में ये बात साबित हो चुकी है कि जीरा पाचक एंजाइम को बूस्ट करता है जो खाने को पचाने में मदद करता है।
10. मिश्री (sugar candy):
पुराने जमाने में गर्मी के मौसम में लोग मिश्री का सेवन बहुत करते थे, क्योंकि मिश्री की तासीर ठंडी होती है और ये एक प्राकृतिक स्वीटनर है जो पेट की गर्मी तथा पाचन तंत्र को कम करने में दवाई की तरह काम करती है।
11. नींबू पानी (lemonade):
गर्मियों के मौसम में पेट की गर्मी को शांत करने के लिए सुबह खाली पेट नींबू पानी का सेवन करना बहुत ही लाभकारी हो सकता है, सुबह खाली पेट नींबू पानी का सेवन करने से यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के अलावा, हमारी इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाने तथा वजन को नियंत्रित करने में भी मदद करता हैं।
12. नारियल पानी (coconut water):
पेट की गर्मी को शांत करने तथा पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए नारियल पानी का सेवन करना लाभकारी हो सकता हैं, नारियल पानी की तासीर ठंडी होने के कारण इसका सेवन पाचन तंत्र के साथ ही साथ बॉडी को डिहाइड्रेशन से बचाता है, इसे उपयोग में लाने के लिए आप रोजाना एक नारियल पानी का सेवन कर सकते हैं।
13. फल (Fruit):
गर्मियों के मौसम में गर्मी से निजात पाने के लिए तथा पेट की गर्मी को शांत करने के लिए तरबूज, खरबूजा, खीरा, संतरा, मौसमी, आदि फलों का सेवन करना चाहिए, इन सबके सेवन से पेट की गर्मी शांत होती हैं तथा यह बॉडी को भी डिहाइड्रेशन से बचाता हैं, जिससे गर्मी के मौसम में लू लगने का खतरा भी कम होता हैं।
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पेट की गर्मी को शांत करने के लिए धनिया,जीरा और सौंफ का सेवन कैसे करें?
पेट की गर्मी को शांत करने के लिए धनिया,जीरा और सौंफ का सेवन करना बहुत ही लाभकारी हो सकता हैं, ये नुस्खा आपके पाचन को ठीक करने और पेट की गर्मी को भी कंट्रोल करेगा। इसका सेवन करने के लिए आप को निम्न सामग्री की आवश्यकता होती हैं।
सामग्री:
- एक चम्मच जीरा,
- एक चम्मच सौंफ
- एक चम्मच घनिया,
- चार से छह पुदीना की पत्तियां
- धागे वाली मिश्री
विधि:
एक चम्मच जीरा,एक चम्मच सौंफ और एक चम्मच घनिया, कुछ पुदीना की पत्तियां और धागे वाली मिश्री लें। अब एक पेन में एक कप पानी डालें और उसमें जीरा, धनिया, सौफ के बीज को डालें और गैस पर दस मिनट तक धीमी आंच पर पकने दें। दस मिनट बाद इसमें पुदीने की पत्तियां मिलाएं। जब इन सभी चीजों का अर्क अच्छे से मिल जाए तो आप इसमें मिश्री डालें और दिन में दो बार इसका सेवन करें।
कुछ ध्यान देने योग्य बातें:
ऊपर लेख में पेट की गर्मी को कैसे शांत करें के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया हैं, लेकिन इन सभी खाद्य पदार्थ का सेवन करने के साथ ही कुछ और बातों का ध्यान रखना बेहद ही जरूरी है।
- पेट की गर्मी को शांत करने के लिए गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन ना करे।
- पेट की गर्मी को शांत करने के लिए अत्यधिक मात्रा में शराब या धूम्रपान का सेवन ना करें।
- अत्यधिक तीखा या मसालेदार भोजन का सेवन ना करें।
- बाहर का भोजन जैसे छोले, पकौड़े, समोसे आदि तेलीय युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन ना करें
- सुबह पांच से दस मिनट तक मॉर्निंग वॉक जरूर करें
- शरीर की गर्मी को निकालने के लिए आप रोजाना प्राणायाम भी कर सकते हैं।
निष्कर्ष (conclusions):-
इस लेख में आपको पेट की गर्मी के लिए आयुर्वेदिक दवा के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई हैं, उम्मीद है कि पेट की गर्मी को शांत करने के लिए बताए गए नुस्खे आपकी मदद करेंगे। परन्तु फिर भी यदि आपको इस लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न या सुझाव देना चाहते हैं तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ या बता सकते हैं मै आपके प्रश्नों या सुझाव का उत्तर देने की पूरी कोशिश करूंगी।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। हरे कृष्णा हेल्थ केयर एंड फिटनेस इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।
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