प्रेगनेंसी के दौरान हर औरत अपने खान पान को लेकर चिंता में रहती हैं कि वो ऐसा क्या खाए जो उनके लिए और उनके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए लाभदायक हो, अधिकतर महिलाए इस बात को लेकर परेशान रहती हैं कि प्रेगनेंसी के दौरान उन्हें ड्राई फ्रूट्स खाना चाहिए या फिर नही, आपको बता दे की प्रेगनेंसी के दौरान ड्राई फ्रूट्स खाना आपके और आपके गर्भ में पल रहे बच्चे दोनो के लिए फायदेमंद होता हैं, लेकिन हा! क्योंकि ड्राई फ्रूट्स की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसे ज्यादा मात्रा में सेवन करने से आपको और आपके बच्चे के लिए नुकसानदेह हो सकता हैं, प्रेगनेंसी के शुरुआती तीन महीनो में इसका सेवन थोड़ी कम मात्रा में करना चाहिए, उसके बाद इसकी मात्रा में थोड़ी वृद्धि कर सकते हैं। आज हम इस लेख में प्रेगनेंसी में कौन सा ड्राई फ्रूट खाना चाहिए, प्रेगनेंसी में ड्राई फ्रूट्स कब खाना चाहिए, प्रेगनेंसी में कौन सा ड्राई फ्रूट नहीं खाना चाहिए के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने की कोशिश करेंगे पूरी जानकारी के लिए लेख में अंत तक बने रहे।
ड्राई फ्रूट्स में पाए जाने वाले पोषक तत्त्व:–
ड्राई फ्रूट्स मुख्य रूप से आपको विटामिन B-1, विटामिन B-9, विटामिन-C, विटामिन-K, विटामिन-E और H पाया जाता है। विटामिन के अतिरिक्त आपको कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक, पोटैशियम और सेलेनियम भी मिलेगा। इसमें डायटरी फाइबर भी अच्छी मात्रा में होता है।
प्रेगनेंसी में कौन सा ड्राई फ्रूट खाना चाहिए (Which dry fruit should be eaten during pregnancy in Hindi):-
गर्भावस्था के दौरान सूखे मेवे खाना सुरक्षित माना जाता है, परंतु इसके साथ ही इस बात का जानना बेहद जरूरी हो जाता हैं कि प्रेगनेंसी के दौरान कौन से ड्राई फ्रूट का चयन करना चाहिए जो बच्चे और मां दोनो के स्वास्थ के लिए बेहतर हो, नीचे इस लेख में आपको प्रेगनेंसी में कौन सा ड्राई फ्रूट खाना चाहिए के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया हैं:
1) अखरोट का सेवन करें:–
गर्भवती महिला के लिए अखरोट का सेवन करना बहुत ही लाभकारी होता है,अखरोट का सेवन करने से ये होने वाली मां और गर्भ में पल रहे बच्चे दोनो के लिए फायदेमंद होता हैं अखरोट को साधारण मेवे, ओमेगा-3, फैटी एसिड का एक उत्कृष्ट स्रोत माना जाता हैं। इसमें मौजूद पोषक तत्व, विटामिन और प्रोटीन मस्तिष्क में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करके मस्तिष्क के विकास को बढ़ावा देने में भी सहायता करता है। जो गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए बहुत ही लाभकारी है। अखरोट पर किए गए एक अध्ययन में इस बात की पुष्टि हुई है कि गर्भावस्था के पहले तिमाही के दौरान नट्स का सेवन करने से बच्चे के न्यूरोडेवलपमेंट (neurodevelopment) को बढ़ावा मिल सकता है।
प्रयोग विधि:
प्रेगनेंट महिला अपने दैनिक आहार में 2-3 अखरोट की गिरी का प्रयोग कर सकती हैं। अखरोट को आप कच्चा भी खा सकते है, इसके अलावा आप इसे हल्का भूनकर भी खा सकते है.
2) खुबानी का सेवन करें:–
हर गर्भवती महिला में गर्भावस्था धारण करने के पश्चात आयरन की कमी देखने को मिलती है, इस कमी को दूर करने के लिए खुबानी अत्यंत लाभकारी फ्रूट्स माना जाता हैं, आपको बता दे की खुबानी में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है, जो एक गर्भवती महिला के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता हैं, इसके अलावा आयरन की कमी होने के कारण कुछ महिलाओ को एनीमिया होने का खतरा बढ़ जाता हैं, ऐसे में इसका सेवन करने से एनीमिया होने का खतरा भी कम हो जाता है।
प्रयोग विधि:
गर्भवती महिलाएं अपने नाश्ते में एक या फिर दो कटी हुई खुबानी का सेवन कर सकती हैं।
3) अंजीर का सेवन करे:
गर्भावस्था के दौरान अंजीर का सेवन करना महिला और भ्रूण दोनो के स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना जाता हैं, आपको बता दें कि अंजीर में भरपूर मात्रा में कैल्शियम (ca), आयरन (fe), पोटैशियम (k), कॉपर (cu) और मैग्नीशियम (mg) पाए जाते हैं जो गर्भवती महिला के लिए बहुत ही जरूरी होते है।
प्रयोग विधि:–
प्रेगनेंट महिला नाश्ते के रूप में 1 से 2 अंजीर का सेवन कर सकते हैं।
4) किशमिश का सेवन करें:–
गर्भवती महिलाओ के लिए किशमिश का सेवन करना बेहद ही लाभकारी माना जाता हैं, क्योंकि किशमिश में भरपूर मात्रा में आयरन और फाइबर पाया जाता है जो की एक गर्भवती महिला के लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व है, इसके अलावा किशमिश आपके शरीर से पानी को अवशोषित करने में भी मदद करता हैं।
प्रयोग विधि:
गर्भवती महिला को रोज सुबह नाश्ते में 8 से 10 भिगोए हुए किशमिश का सेवन करना चाहिए, या फिर आप इसका सेवन सूखे रूप से भी कर सकते हैं।
5) पिस्ता का सेवन करें:–
गर्भावस्था के दौरान पिस्ता का सेवन करना स्वास्थ्य के लाभकारी होता हैं, इसको खाने से गर्भवती महिला के शरीर से सुस्तीपन गायब होता है, इसके अलावा शरीर में ऊर्जा का स्तर भी बढ़ता है, पिस्ता में मौजूद पोषक तत्व कैल्शियम, आयरन और फोलेट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो बच्चे के विकास में महत्वपूर्ण योगदान निभा सकते है।
प्रयोग विधि:
हर गर्भवती महिला को रोजाना तीन से चार पिस्ता का सेवन सुबह नाश्ते में करना चाहिए।
6) काजू का सेवन करें:–
काजू को खाना हर कोई बहुत ही पसंद करता है, काजू खाने में स्वाद के साथ ही हमारे सेहत के लिए भी लाभकारी होता है, आपकोबत दे कि काजू में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, जिंक, मैग्नीशियम आयरन, और फोलिक एसिड भी पाया जाता है, इसके अलावा काजू में आयरन की प्रचुर मात्रा पाई जाती हैं, जो गर्भवती महिला को एनीमिया जैसी बीमारी होने के खतरे से बचा सकता हैं।
प्रयोग विधि:
आप रोजाना दिन भर में छ से आठ काजू का सेवन अन्य सूखे मेवे के साथ खा सकते है, परंतु खाली पेट या चाय के साथ काजू का सेवन नही करना चाहिए।
7) संतरे का सेवन करें:–
गर्भवती महिला के लिए संतरे का सेवन करना बेहद ही लाभकारी होता है, संतरे पर किए गए एक शोध के अनुसार संतरे में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं, जो गर्भवती महिला के इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में मदद करता हैं, इसके अलावा इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण कोशिका के क्षति को रोकने में मदद करता हैं।
प्रयोग विधि:
महिलाएं सूखे संतरे का सीधे नाश्ते में एक सीमित मात्रा में सेवन कर सकती है, आप इन्हे दही या फिर डार्क चॉकलेट के साथ भी खा सकते हैं।
8) खजूर का सेवन करें:–
एक गर्भवती स्त्री अपने आहार में खजूर का भी उपयोग कर सकती है, खजूर में मौजूद पोषक तत्त्व एक गर्भवती महिला के लिए बेहद ही लाभकारी सिद्ध हो सकता हैं, आपको बता दे कि खजूर में उच्च मात्रा में पोटेशियम पाया जाता हैं, जो मांसपेशियों की कमजोरी और थकान को दूर करने में मदद करता है।
प्रयोग विधि:
आप दिन भर में एक से दो खजूर का सेवन सुबह नाश्ते के समय कर सकती है, इसके अलावा शाम में भी इसका सेवन कर सकते हैं।
9) आलूबुखारा का सेवन करें:
अकसर देखा गया है कि हर गर्भवती महिला अपने पेट में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर या डिलीवरी से संबधी बातों को सोचकर तनाव में रहती है, और इस तनाव को दूर करने के लिए आप आलूबुखारा का सेवन कर सकते है क्योंकि आलूबुखारा में पोटेशियम की उच्च मात्रा पाई जाती हैं जो गर्भवती महिला को चिंता, डिप्रेशन या अवसाद से बचाने में मदद करती हैं।
प्रयोग विधि:
अगर आप एक गर्भवती महिला है तो आप अपने नाश्ते के रूप में आलूबुखारा का सेवन कर सकती हैं। इसके अलावा इसे सलाद के रूप में भी ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त, आप इसे बेक करके या फिर किसी चीज़ों में मिलाकर खा सकते है।
10) बादाम का सेवन करें:–
एक गर्भवती महिला को अपने डेली रूटीन में बादाम को जरूर शामिल करना चाहिए, आपको बता दे की बादाम में कैल्शियम (ca), मैग्नीशियम (mg), प्रोटीन, राइबोफ्लेविन और विटामिन ई भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है, इसके अलावा इसमें मौजूद पोषक तत्व गर्भ में पल रहे बच्चे के मस्तिष्क के विकास में भी मदद करता हैं।
प्रयोग विधि:
आप रोज रात में तीन से चार बादाम बिगोकर सुबह नाश्ते के साथ खा सकते है, इसके अलावा आप एक बादाम को घिस ले और उसे एक गिलास गुनगुने दूध में मिलाकर पी ले।
11) मखाना का सेवन करें:–
एक गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के शुरुआती दौर से अंत तक मखाने का सेवन करना बेहद ही लाभकारी होता हैं, मखाने में कैल्शियम और आयरन भरपूर मात्रा में पाए जाते है, जो एक गर्भवती महिला और उसके गर्भ में पल रहे शिशु दोनो के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता हैं।
प्रयोग विधि:
आप दिनभर में आठ से दस मखाने का सेवन सुबह नाश्ते में या शाम में खा सकते है, इसके अलावा आप रात में सोने से पहले एक गिलास गुनगुने दूध में मखाने को डालकर खा सकते हैं।
प्रेगनेंसी के दौरान ड्राई फ्रूट्स खाने के फायदे (Benefits of eating dry fruits during pregnancy in Hindi):-
प्रेगनेंसी के दौरान ड्राई फ्रूट खाने के आखिर क्या क्या लाभ देखने को मिल सकते हैं, इसके बारे में आपको जानना बेहद जरूरी है, नीचे लेख में प्रेगनेंसी के दौरान ड्राई फ्रूट्स खाने के फायदे के बारे में बताया गया हैं:
- सूखे मेवे में उच्च फाइबर की मात्रा होती है, जिससे यह आपके पाचन शक्ति को मजबूत बनाने में मदद करता हैं, इसके साथ ही यह कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद करता हैं।
- ड्राई फ्रूट्स में आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती हैं, इनका सेवन करने से गर्भवती महिला के शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी नहीं होती हैं, इसके साथ ही एनीमिया होने का खतरा भी कम हो जाता हैं।
- सूखे मेवे में विटामिन ए और मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता हैं, अतः इसका सेवन करने से गर्भ में पल रहे शिशु की हड्डियां और दांत दोनो का विकास अच्छे तरीके से हो पाता है।
- सूखे मेवे खाने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और इसके साथ ही महिला के मांशपेशियों में होने वाले दर्द से भी शीघ्र आराम मिलता हैं।
- ड्राई फ्रूट्स में नेचुरल रूप से शुगर पाया जाता हैं, जो गर्भवती महिला के शरीर में ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करता हैं।
- ड्राई फ्रूट्स में सूखे मेवे पाए जाते हैं जो शिशु के फेफड़े का विकास करने में मदद करते है, इसके साथ ही यह अस्थमा के खतरे को भी कम करता हैं।
प्रेगनेंसी में एक दिन में कितने ड्राई फ्रूट्स खाना चाहिए (How many dry fruits should be eaten a day during pregnancy in Hindi ?):-
प्रेगनेंसी के दौरान एक दिन में कितना ड्राई फ्रूट्स खाए जो मां और बच्चे दोनो के सेहत के लिए बेहतर हो इस प्रश्न को लेकर हर गर्भवती महिला परेशान रहती हैं, आपको बता दे की एक गर्भवती महिला पहली तिमाही में 60 ग्राम अगले तिमाही 90 ग्राम और अगले तिमाही एक दिन में सौ ग्राम से ज्यादा सूखे मेवे का सेवन नही करना चाहिए,जी हां! क्योंकि सूखे मेवे की तासीर गर्म होती है, इसलिए अगर आप सूखे मेवे का अत्यधिक मात्रा में सेवन करते है, तो आपका पेट खराब, दस्त, बेचैनी घबराहट, ब्लड प्रेशर में उतर चढ़ाव देखने को मिल सकते है, इसलिए इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। आप दिनभर में तीन से चार बादाम, एक से दो खजूर, अंजीर, पांच से छह पिस्ता, किशमिश और मखाना का सेवन कर सकते हैं।
प्रेगनेंसी में ड्राई फ्रूट्स खाने के नुकसान (Disadvantages of eating dry fruits during pregnancy in Hindi):-
प्रेगनेंसी के दौरान अगर संतुलित मात्रा में ड्राई फ्रूट्स का सेवन नही करें तो आपको निम्न नुकसान देखने को मिल सकते है:
- पेट खराब होना।
- पेट फूलना।
- गैस की समस्या।
- दस्त की समस्या।
- वजन का बढ़ना।
- मधुमेह की समस्या।
- दांत खराब होने की समस्या।
प्रेगनेंसी में ड्राई फ्रूट्स कब खाना चाहिए?
एक गर्भवती स्त्री प्रेगनेंसी के पहले महीने से ही ड्राई फ्रूट्स का सेवन कर सकती हैं, ड्राई फ्रूट्स में मौजूद पोषक तत्व गर्भवती स्त्री के लिए बेहद ही लाभकारी होता हैं, एक गर्भवती महिला के शरीर में सामान्यतः कैल्शियम और आयरन की कमी हो जाती है, जिस कारण से उन्हे कमर दर्द, पैरो में दर्द आदि की समस्या हो जाती है, और इसके साथ ही शरीर में आयरन की कमी होने के कारण हिमोग्लोबिन का स्तर कम होने लगता है, जिस कारण से एनीमिया रोग होने का खतरा बढ़ जाता है, आपको बता दे कि ड्राई फ्रूट्स में कैल्शियम और आयरन के अलावा अनेको पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो एक गर्भवती महिला के लिए बेहद जरूरी होता हैं, इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए हम इस निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं कि ड्राई फ्रूट्स का सेवन पहले महीने से ही शुरू कर देना चाहिए।
प्रेगनेंसी में कौन सा ड्राई फ्रूट नहीं खाना चाहिए?
गर्भवती महिला अधिकतर सभी नट्स और ड्राई फ्रूट्स का सेवन कर सकती है, लेकिन कुछ ड्राई फ्रूट्स ऐसे हैं जो गर्भवती महिला को खाने की मनाही हैं। हालाकि इस बारे में कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन आयुर्वेद चिकित्सा में कुछ सूखे मेवे का सेवन करने के लिए परहेज बताया गया है, इसलिए गर्भवती महिला को इन्हें नहीं खाना चाहिए, जैसे- सूखी नाशपाती, सूखे आड़ू, सूखे अंजीर, सूखे हुए सेब, सूखे केले आदि। इसके अतिरिक्त कुछ बीज जैसे- अलसी के बीज, कद्दू के बीज आदि का सेवन करना ठीक नहीं माना जाता है, हालांकि इन सभी का सेवन करने पर पूर्ण रूप से मनाही नहीं है, लेकिन यदि आप एक गर्भवती स्त्री है तो आप इसका सेवन करने से पूर्व एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर ले।
निष्कर्ष (conclusions):-
इस लेख में आपको प्रेगनेंसी में कौन सा ड्राई फ्रूट खाना चाहिए के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की गई हैं , उम्मीद है कि आपको मेरा ये लेख पसंद आया होगा परंतु फिर भी अगर आप मुझसे स्वास्थ्य से संबंधित कोई भी प्रश्न पूछना चाहते हैं तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं मैं आपके प्रश्नों के उत्तर देने की पूरी कोशिश करूंगा धन्यवाद!
अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। हरे कृष्णा हेल्थ केयर एंड फिटनेस इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।
इसे भी पढ़ें:–
- खाली पेट इसबागोल खाने के फायदे
- रोज रात में एक चम्मच मेथी दाना खाने के फायदे
- अब साइनस होगा चुटकियों में दूर साइनस को ठीक करने के असरदार घरेलू उपचार
- क्या आप भी मुंह से आने वाली दुर्गंध से परेशान है तो आजमाएं ये घरेलू नुस्खे
0 टिप्पणियाँ