आमतौर पर हर देखा गया है, कि हर महिला को पीरियड्स या महावारी के मिस होने के बाद प्रेग्नेंसी का पता चलता है, लेकिन क्या आप सभी महिलाए ये जानती हैं कि पीरियड मिस होने से पहले भी आपका शरीर कुछ ऐसे बदलाव या संकेत देता है, जिससे कि आप पीरियड्स मिस होने से पहले ही पता कर सके की आप प्रेग्नेंट हो चुकी हैं या फिर नहीं। आपको बता दे की यह लक्षण अधिकांश महिलाओ को देखने को मिलती हैं, परंतु, आप इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देती हैं जिस कारण से आपको यह लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। आज हम इस लेख में आपको पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण, पीरियड से संबंधित सभी महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान करने की कोशिश करेंगे पूरी जानकारी के लेख में अंत तक बने रहे।
पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण (Symptoms of pregnancy before period arrives in Hindi):-
प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण में पीरियड्स या महावारी का मिस होना सबसे पहला और सटीक लक्षण होता हैं, हालांकि कई महिलाओं में प्रेगनेन्सी के बावजूद भी पीरियड्स मिस होने की जगह लाइट पीरियड्स आ सकते हैं अर्थात इस दौरान ब्लीडिंग की मात्रा काफी कम होती हैं। नीचे लेख में पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण के बारे में बताया गया हैं।
1. बार-बार पेशाब आना:
पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों में से एक बार-बार पेशाब का आना हो सकता है, जब महिला गर्भ धारण करती हैं तो शरीर में रक्त प्रवाही का स्तर बढ़ जाता हैं, जिससे किडनी की कार्यक्षमता में वृद्धि बढ़ जाती हैं, तथा गर्भ में पल रहे बच्चे की कारण से महिला के ब्लैडर पर दबाव आता है। और बार बार पेशाब होता है। ये लक्षण मैने खुद भी महसूस किया है।
2. स्तनों के आकार में परिवर्तन:
प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों में देखा गया है की महिलाओ के स्तनों के आकार में बदलाव आने लगता है, इसके साथ ही स्तनों में कसाव, या हल्का दर्द भी महसूस हो सकता है, इस दौरान ब्रेस्ट में सूजन भी आ जाती हैं। इसके साथ ही प्रेगनेंसी के दौरान निप्पल और उसके आसपास की त्वचा का रंग गहरा होने लगता हैं।
3. कब्ज की शिकायत होना:
जब महिला प्रेगनेंट हो जाती है, तो इस दौरान कुछ महिलाओ का पाचन तंत्र भी प्रभावित हो सकता हैं, पाचन तंत्र के प्रभावित होने पर महिला को कब्ज की समस्या हो सकती हैं। तथा कब्ज की समस्या होने पर महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान बवासीर भी होने की संभावना हो सकता हैं। लेकिन इसमें ज्यादा परेशान होने वाली बात नही है, बच्चे के जन्म के बाद बवासीर और कब्ज दोनो की शिकायते भी दूर हो जाती हैं।
4. मूड में बदलाव होना:
आपको बता दे कि मासिक धर्म यानी पीरियड्स आने के कुछ दिन पहले की तरह जैसे हर महिला को मुड़ स्विंग की समस्या होती है, वैसे ही प्रेगनेंसी में भी मूड स्विंग्स यानी मूड में बदलाव आना आम बात है। आप देखेंगे कि यदि आपने गर्भ धारण कर लिया हैं तो इस दौरान आपको छोटी-छोटी बातों पे चिड़चिड़ापन, अचानक से खुश होना, या दुखी होकर रोने लगना जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं। कई महिलाओ को ये समस्या प्रेगनेंसी के शुरुआत से लेकर आखिरी दिनों तक मूड स्विंग्स का अनुभव करती हैं।
5. थकान महसूस होना:
कुछ महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान बहुत ही ज्यादा थकान महसूस करती हैं। ये लक्षण आपको पीरियड डेट से पांच से छह दिन या फिर एक हफ्ते पहले से दिखाई देना शुरू हो जाता है, और ये लक्षण आप प्रेगनेंसी के पहले महीने से लेकर अंतिम महीनो तक हो ये लक्षण देखने को मिल सकते हैं।
6. जी मिचलाना:
पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण में जी मचलना, मॉर्निंग सिकनेस का अनुभव आधी से ज्यादा प्रेग्नेंट महिलाएं करती हैं। प्रेगनेंसी के शुरुआती दौर में कई महिलाओं को भूख भी नहीं लगती, कुछ महिलाओ को खाने का स्वाद अच्छा नहीं लगता हैं, इतना ही नहीं या समस्या महिलाओ में सिर्फ मॉर्निंग में हीं नहीं बल्कि पूरा दिन यह लक्षण महसूस करती हैं। मॉर्निंग सिकनेस या जी मचलने जैसे लक्षण महिलाओं में आम तौर पर प्रेगनेंसी के तीसरे से छठे सप्ताह से शुरू होती हैं और ये कुछ महिलाओं को बारहवें सप्ताह तक तथा कई महिलाओं में 32 वे सप्ताह के बाद फिर से मॉर्निंग सिकनेस के लक्षण देखने को मिल सकते हैं।
7. चक्कर आना:
पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी के कुछ लक्षण में चक्कर आना भी शामिल हैं, प्रेगनेंसी के दौरान चक्कर आने का मुख्य कारण महिला के शरीर में हार्मोनल बदलाव होता है, जिस वजह से ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव होता है, और प्रेगनेंसी के दौरान चक्कर आने लगता है। यह लक्षण महिला को प्रेगनेंसी के पहले ट्रायमेस्टर से लेकर दूसरे ट्रायमेस्टर के अंत तक चक्कर महसूस हो सकते हैं। प्रेगनेंसी के दौरान चक्कर आना सामान्य बात है, परंतु अगर आपको बार बार चक्कर आ रहे हो, और आप बेहोश हो जाएं तो ऐसे समय में तुरंत ही डॉक्टर का संपर्क करें।
8. सांस लेने में तकलीफ महसूस होना:
आपको बता दे की प्रेगनेंसी के दौरान सांस लेने में तकलीफ महसूस होना ये लक्षण आपको प्रेगनेंसी के तीसरे ट्रायमेस्टर में देखने को मिल सकता है, परंतु 10 प्रेगनेंट महिलाओ से दो महिलाओ को ये लक्षण प्रेगनेंसी के शुरुआती दौर में भी देखने को मिल सकता हैं। अगर आप अस्थमा जैसी बिमारी से ग्रसित है तो ऐसे में बिना डॉक्टर से परामर्श के अस्थमा से संबंधी दवा का इस्तेमाल ना करें, क्योंकि ऐसे में आपका गर्भपात भी हो सकता है।
9. सिर में दर्द और सिर का भारी होना:
प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों में कुछ महिलाओ के सिर में दर्द, और सिर भारी होने लगता हैं, हालाकि ये समस्या प्रेगनेंसी के पहले और दूसरे ट्रायमेस्टर ज्यादा रहती हैं। सिर में दर्द होने का मुख्य कारण प्रेगनेंसी के कारण महिलाओ के हार्मोन का स्तर और रक्त का वॉल्यूम बढ़ने की वजह से पहले ट्रायमेस्टर और दूसरे ट्रायमेस्टर में सरदर्द की शिकायते हो सकती हैं।
10. हल्की ब्लीडिंग होना:
प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों में हल्की ब्लीडिंग भी शामिल है, यदि आपका पीरियड्स यानि मासिक धर्म नियमित रूप से 28 दिन का साइकल पूरा कर रहा है और आप 20 से 24 दिन के भीतर हल्की ब्लीडिंग और क्रैंप्स आ रहे हैं तो इसका मतलब यह हुआ की आप प्रेग्नेंट हो चुकी हैं। लेकिन ध्यान रहे हल्की ब्लीडिंग होना ठीक है लेकिन अगर ब्लीडिंग ज्यादा मात्रा में हो तो ये गंभीर समस्या की और सकते हो सकता है। ऐसे में आपको स्त्री-रोग विशेषज्ञ से मिलकर इसके बारे में बात करनी चाहिए।
11. बॉडी का टेम्परेचर बढ़ जाना:
जब आप प्रेग्नेंट हो जाती है, ऐसे में अगर ध्यान दें तो शरीर के तापमान में हल्का परिवर्तन देखने को मिल सकता हैं। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान महिला के बॉडी में प्रोजेस्टेरोन के स्तर बढ़ जाता है, जिससे शरीर के तापमान में वृद्धि होती है। अतः यदि आपको ऊपर बताए गए लक्षणों के साथ हल्का बुखार महसूस हो तो ऐसे में आप दवा का सेवन ना करें।
12. फूड क्रेविंग होना:
हालाकि कुछ महिलाओ को गर्भधारण के बाद
कुछ खाने पीने का मन नहीं करता, लेकिन वही कुछ महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान हार्मोन में परिवर्तन होने के कारण पसंदीदा भोजन के प्रति लालच को बढ़ा देता हैं। जैसे किसी महिला को तीखा और खट्ठा खाने का अचानक बहुत मन करने लगता हैं, इसके अलावा कुछ महिलाएं इस दौरान छोटी-छोटी बातों पर क्रोध भी कर सकती हैं।
13. ऐंठन होना:
प्रेगनेंसी के शुरुआती दौर में ऐंठन होना गर्भावस्था धारण करने का एक प्रारंभिक और स्पष्ट संकेत होता है। यदि आप गर्भवती हैं तो आपके निचले पेट या पीठ के निचले हिस्से में ऐंठन महसूस होगी। यह ऐंठन आपको हल्का महसूस हो सकता है, ये ऐंठन आपके पीरियड्स के दौरान होने वाली ऐंठन के समान होगी महसूस होगी।
पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकते हैं?
पीरियड आने से पहले आप प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकते है, लेकिन इससे बेहतर परिणाम प्राप्त होने की संभावना कम होती है, अतः यदि आप बेहतर परिणाम चाहती हैं तो हमेशा पीरियड मिस होने के बाद ही प्रेगनेंसी टेस्ट करें।
पीरियड आने से पहले प्रेग्नेंसी के लक्षणों को देखते हुए प्रेग्नेंसी को कैसे कंफर्म करें, इसके बारे में नीचे बताया गया हैं।
जैसा की लेख में ऊपर बताया गया है कि प्रेगनेंसी के दौरान महिला के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं जैसे की, पीठ में दर्द होना, सिर में दर्द होना, मूड में बदलाव होना आदि, लेकिन प्रेगनेंसी को कन्फर्म करने के लिए जरूरी है, की आप प्रेगनेंसी किट के जरिए और ब्लड टेस्ट के जरिए कन्फर्म भी कर सकते हैं।
प्रेगनेंसी किट :
जब आपका पीरियड्स मिस हो जाए और आपको ऊपर बताए गए लक्षण अपने बॉडी में महसूस हो रहे हो तो ऐसे में आप पीरियड मिस होने के 4 से 10 दिन में प्रेगनेंसी किट के जरिए टेस्ट कर सकते हैं। इसको घर पर टेस्ट करने के लिए आप प्रेगनेंसी किट में दो बूंद एक दम सुबह का युरिन डालकर चेक कर सकते हैं। अगर दोनो लाइन लाल हो तो आप गर्भवती है।
ब्लड टेस्ट :
कभी कभी यूरीन टेस्ट से ये कन्फर्म नहीं होता हैं कि आप प्रेग्नेंट है, ऐसे में आप युरीन टेस्ट के बजाय ब्लड टेस्ट करा सकती है। लेकिन ध्यान रहें यह टेस्ट आप घर पर नहीं कर सकते। ओवुलेशन के 6 से 8 दिन बाद आप ब्लंट टेस्ट के जरिए प्रेगनेंसी कंफर्म कर सकते हैं।
नोट (Note):-
ध्यान रहें जब आप कन्फर्म हो जाएं की आप प्रेग्नेंट हैं, तो ऐसे में आप अपना तथा गर्भ में पल रहे भ्रूण का पूरा ध्यान रखे, इस दौरान आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए, इसके साथ ही आपको कैसे उठाना बैठना चाहिए, आप को इस दौरान कौन कौन से योग करने चाहिए इन बातों का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए, प्रेगनेंसी के दौरान अधिकांश महिला में तनाव और क्रोध उत्पन्न हो जाता हैं ऐसे में खुद को खुश और पॉजिटिव रखने की कोशिश करें।
निष्कर्ष (conclusion):-
इस लेख में आपको पीरियड आने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण, के बारे में आपको विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान करने की कोशिश की गई हैं, उम्मीद है कि आपको मेरा ये लेख पसंद आया होगा परंतु फिर भी यदि आप मुझसे स्वास्थ्य से संबंधित कोई भी प्रश्न पूछना चाहते हैं तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं मै आपके प्रश्नों के उत्तर देने की पूरी कोशिश करूंगी धन्यवाद!
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