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तितली आसन 11 तरीके की समस्याओं से बचाता है:जाने तितली आसन कैसे करते हैं,फायदे और नुकसान

 योग ऐसी विद्या है जिससे आपके दिमाग में नकारात्मक विचार नहीं आता है,आप सकारात्मक विचारों के साथ खुद को ऊर्जावान भी महसूस करते हैं,योग के द्वारा गंभीर से गंभीर रोग को ठीक किया जा सकता है. लेकिन इसका अच्छा परिणाम तभी मिलता है जब आप इसे नियमित रूप से और सही तरीक़े से करें,योगासन करने से ब्लड शुगर, ब्लड प्रेसर, हार्ट, ब्रेन,और कैंसर जैसी भयानक बीमारी को भी नियंत्रित किया जा सकता हैं आज इस लेख में हम आपको पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए (butterfly yogasan) बटरफ्लाई योग करने के फायदे और नुकसान आदि के बारे में विस्तार से जानकारी देने की पूरी कोशिश करेंगे।

तितली आसन 11 तरीके की समस्याओं से बचाता है:जाने तितली आसन कैसे करते हैं,फायदे और नुकसान



तितली आसन योग (What is Butterfly Asana in Hindi?):

इस आसन को तितली आसन (butter fly pose) क्यों कहा जाता है क्योंकि इस आसन में योगी के दोनों टांगें मुड़कर hips (नितंब) के पास आ जाती हैं और दोनों टांगों से होने वाली गतिविधि तितली के पंखों की मुद्रा बनाता है। इसलिए इस आसन को तितली आसन कहते हैं।

तितली आसन को हिंदी भाषा में बद्धकोण आसन के नाम से जाना जाता हैं,जो संस्कृत के शब्द बद्ध से मिलकर बना हुआ है,इसमें बद्ध का मतलब होता है,बंधा हुआ जबकि कोण का तात्पर्य होता है,किसी किसी विशेष डिग्री या मोड़ से होता है,और आसन का मतलब होता है,मुद्रा या स्थिति।

इस आसन को अंग्रेजी में (Cobbler Pose) भी कहा जाता हैं क्योंकि अधिकतर आपने मोचियो को इसी आसन में बैठे देखा होगा।

इस आसन को करना बहुत ही आसान होता है,लेकिन आप इस आसन को आसान जानकर ये मत समझिए कि इस आसन के लाभ कम है,भले ही ये आसन करने में सरल है,किंतु इसके फायदे जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे।


तितली आसन कैसे करते हैं (How to do the butterfly asana in Hindi):

तितली आसन करना बहुत ही आसान है,और इस आसन के फायदे भी बहुत है,लेकिन अगर तितली आसन को सही तरीके से किया जाय तो ही इसके फायदे है,अगर इस आसन को गलत तरीके से किया जाय तो इस आसन से लाभ मिल पाना मुश्किल हो सकता है,इस लेख में हम आपको इस आसन को कैसे करते है,इसकी सही विधि बताने की कोशिश करेंगे।

तितली आसन 11 तरीके की समस्याओं से बचाता है:जाने तितली आसन कैसे करते हैं,फायदे और नुकसान

  • इस आसन को करने के लिए आप सबसे पहले एक शांत,प्रदूषण मुक्त और हवादार माहौल का चुनाव करे।
  • सबसे पहले आप योग मैट पर बैठ जाएं और अपने दोनो पैर को सामने की ओर एक दूसरे से सटाकर रखें।
  • अब अपने दोनों पैरों को मोड़ते हुए अपने पैर के तलवों को एक दूसरे से मिलाने की कोशिश करें।
  • ध्यान रहे जितना संभव हो सके आप अपने दोनो पैर के तलवों को सटाकर रखें।दोनों एड़ियों को जितना हो सके पेट के नीचे यानी जननांगों के जितना करीब ला सकें उतना ही बेहतर होगा।
  • अब आप दोनो पैरोंं के अंगूठे को अपने हाथ के अंगूठे और पहली अंगुली से कसकर पकड़ कर रखे।
  • जब आप इस मुद्रा में सहज हो जाए तो घुटनों की सहायता से अपने जांघों को ऊपर नीचें करें।
  • लंबी,गहरी साँस ले, साँस छोड़ते हुए घुटनो नीचे की ओर लेकर आएं
  • ध्यान रहे इस दौरान आपके रीढ की हड्डी और गर्दन एक दम सीध में रहे।
  • आप अपने पैरो को तितली के पंखों की तरह ऊपर नीचे हिलाना शुरू करें। और इस आसन की गति को धीरे धीरे बढ़ाएं।
  • इस दौरान आप आपने दोनो घुटनों को जमीन से स्पर्श कराने की पूरी कोशिश करें।
  • इस पूरी प्रक्रिया में आपके मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है।
  • इस आसन को आप अपनी क्षमता के अनुसार 20 से 30 सेकंड या फिर दो से तीन मिनट क कर सकते हैं।

शुरुआती लोगों के लिए तितली आसन करने की टिप ( Beginner’s Tip to do Butter fly Pose in Hindi):

अगर आप Beginner’s है तो ऐसे में आप को टितली आसन करने में कुछ परेशानियां हो सकती है, उन Beginner’s के लिए नीचे कुछ टिप्स दिए गए हैं,जिसे फॉलो करके वो इस आसन को आसानी से कर सकते है।

  • अगर आप इस आसन को करते वक्त आप अपने दोनो पैर के तलवे को पूरी तरीके से सटा नही पा रहे है तो आप अपने दोनो हाथों की मदद से इन दोनो पैर को पकड़ सकते है।
  • यदि आप अपने दोनो पैर को पेट के नीचे या जननांगो के पास नहीं ला पा रहे है।तो आप जबरदस्ती नहीं करे,जितना संभव हो उतना ही अपने पैर को करीब लाए।
  • अगर आप इस आसन को करते वक्त अपने घुटनों को जमीन से स्पर्श नहीं करा पा रहे है तो इसमें परेशान होने की कोई बात नहीं है,नियमित रूप से अभ्यास करने पर आपके पैर जमीन को स्पर्श करने लगेंगे।
  • इस आसन को करते वक्त शारीरिक और मानसिक तनाव लेने की कोशिश ना करे,इस आसन को बिल्कुल आराम से और प्रसन्न मन से करने की कोशिश करें।

तितली आसन के फायदे (Advantage of butterfly asana in Hindi):

इस लेख में ऊपर आपको तितली आसन कैसे करते हैं,के बारे में जानकारी दी गई है,अब आगे इस लेख में तितली आसन के फायदे के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई है।


1.थकान या कमजोरी के लिए तितली आसन (Butterfly Asana for fatigue or weakness in Hindi):

महिला हो या पुरुष हो थकान अत्यधिक वर्क लोड और तनाव के कारण थकान और कमजोरी का होना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है,ऐसे में इस समस्या के समाधान हेतु तितली आसन को बहुत ही लाभकारी आसन माना जाता हैं,योग विशेषज्ञ के अनुसार नियमित रूप से योग का अभ्यास करने से व्यक्ति खुद को ऊर्जावान और फिट समझता है,अगर आप तितली आसन को अपने लाइफ स्टाइल में नियमित रूप से करते है,तो ये आपके थकावट और लो स्टेमिना को दूर करने के साथ ही साथ लोअर बैक पेन की समस्‍या को भी दूर करने में मदद करता 


2.प्रोस्‍टेट कैंसर से बचाव के लिए तितली आसन (Butterfly pose prevents prostate cancer in Hindi):

प्रोस्टेट कैंसर एक गंभीर बीमारी है जो हर साल हजारों पुरुषों को प्रभावित करती हैं,प्रोस्टेट (Prostate in Hindi) एक छोटी ग्रंथि है जो एक आदमी के निचले पेट में पाई जाती है। यह मूत्राशय के नीचे और मूत्रमार्ग के आसपास स्थित है।जब प्रोस्टेट में कोशिकाओं की असामान्य, घातक वृद्धि होने लगती हैं तो ट्यूमर बन जाता है, इसे प्रोस्टेट कैंसर कहा जाता है।अगर इस खतरे से बचना है तो प्रोस्‍टेट ग्‍लैंड को हेल्‍दी रहना बहुत जरूरी होता हैं,प्रोटेस्ट ग्लैंड को स्वस्थ रखने में त‍ितली आसन फायदेमंद माना जाता है,इसके अलावा इस आसन को करने से ब्‍लैडर, क‍िडनी और पेट से जुड़े अंग हेल्‍दी रहते हैं। और आंतों के ल‍िए भी त‍ितली आसन फायदेमंद माना जाता है।

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3.र‍िप्रोडक्‍टि‍व हेल्‍थ के ल‍िए त‍ितली पोज (Butterfly pose for reproductive health in Hindi):

एक महिला की प्रजनन/ रिप्रोडक्टिव सिस्टम शरीर में सबसे ज्यादा नाजुक और कॉम्प्लेक्स सिस्टम है।र‍िप्रोडक्‍ट‍िव हेल्‍थ के ल‍िए त‍ितली आसन बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। योग विशेषज्ञ की माने तो इस आसन को करने से पुरुष और मह‍िलाएं दोनों के प्रजनन अंग/रिप्रोडक्टिव ऑर्गन में ब्‍लड सर्कुलेशन बढ़ता है क्‍योंक‍ि त‍ितली आसन को करने से र‍िप्रोडक्‍टि‍व ऑर्गन्‍स/प्रजनन अंग में ब्‍लड और ऑक्‍सीजन ज्‍यादा मात्रा में पहुंचती है। ज‍िससे फर्ट‍िल‍िटी की उम्‍मीद भी बढ़ती है,अतः इस तरीके से ये कहना गलत नहीं होगा की तितली आसन करने से प्रजनन की क्षमता में वृद्धि होती हैं।


5.मजबूत इम्यून सिस्टम बनाए रखने के लिए तितली आसन (Butterfly posture to maintain a strong immune system in Hindi):

आपके शरीर में आपका इम्यून सिस्टम बीमारी के खिलाफ रक्षा की पहली पंक्ति है.आपका इम्यून सिस्टम वायरस, हानिकारक बैक्टीरिया, संक्रमण और परजीवी से लड़ने के लिए आपके शरीर में मौजूद प्रोटीन्स और केमिकल्स का इस्तेमाल करता है. इम्यून सिस्टम के मजबूत होने का मतलब बीमार पड़ने का कम खतरा है

यदि आपका इम्यून सिस्टम मजबूत है तो आप बदलते मौसम के कारण गला खराब होना, बदन दर्द होना और बुखार आदि प्रॉब्लम से आप तभी बच सकते हैं। ऐसे में रोजाना तितली आसन करने से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और इससे आप बदलते मौसम में होने वाली समस्याओं से बचे रहते हैं।

6.शरीर को लचीला बनाए रखें तितली आसन (Keep the body flexible Butterfly Asana in Hindi):

पुरुषों और महिलाओं में बाइक चलाने के कारण कभी-कभी जांघ की मांसपेश‍ियों में खि‍ंचाव महसूस होता है, और महिलाएं में घर के काम की वजह से भी अपने मानशपेशी में खिंचाव महसूस कर सकती है,ऐसे में त‍ितली आसान को करने से अंदरूनी मांसपेश‍ियां मजबूत होती हैं। अंदरूनी जांघ में तनाव है तो वो भी दूर होता है।तितली आसन के नियमित अभ्यास से आपका शरीर लचीला बनता है। अगर आप अपने पैरों को जोड़कर बैठने में मुश्किल महसूस करते हैं, तो उनके लिए यह आसन बिल्कुल परफेक्ट है।

7.जोड़ो का दर्द के लिए तितली आसन (Butterfly Asana for joint pain in Hindi):

जोड़ों का दर्द किसी बीमारी या जोड़ में चोट लगने के कारण हो सकता है। अचानक जोड़ों के दर्द के कारण ज्यादातर चोट या आघात से जुड़े होते हैं।जोड़ों का दर्द कभी-कभी आपके अंगों के परिश्रम और कई अन्य कारणों से भी होता है,इस समस्या से बचने के लिए तितली आसन लाभकारी आसनों में से एक है,इस आसन के नियमित अभ्यास से पैरों में खून का बहाव ठीक रहता है। इससे गठिया और जोड़ों के दर्द में आपको काफी आराम मिलता है। अधिक देर तक खड़े रहने या फिर चलने के बाद तितली आसन को किया जाए तो इससे पैरो की थकान दूर होती है।

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 8.पीरियड्स के लिए लाभकारी तितली आसन
(Butterfly posture beneficial for periods in Hindi):

पीरियड या माहवारी एक सामान्य प्राकृतिक जैविक प्रक्रिया है जिसमें आपके यूटेरस के अंदर से रक्त और ऊतक, वजाइना के द्वारा बाहर निकल जाते हैं। यह आमतौर पर महीने में एक बार होता है,इस दौरान महिलाओं को असनीय दर्द,मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है,जिसके कारण से महिलाओ को अपने प्रतिदिन के कार्य करने में भी दिक्कत होने लगती हैं,पीरियड के दौरान होने वाले समस्याओं को कम करने के तितली आसन बहुत ही लाभकारी आसन माना जाता हैं, इस आसन से आप इस प्रॉब्लम को दूर कर सकती हैं। इस आसन को करने से आपको पीरियड्स के लक्षणों से आराम मिलता है।

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तितली आसन 11 तरीके की समस्याओं से बचाता है:जाने तितली आसन कैसे करते हैं,फायदे और नुकसान

9. गर्भावस्था के लिए फायदेमंद तितली आसन (Beneficial Butterfly Asana for Pregnancy in Hindi):

गर्भवती महिलाओं को इस आसन को करने से प्रसव के समय काफी मदद मिलती है।इस आसन को करने से डिलीवरी के समय होने वाला दर्द कम होता है। क्योंकि इस आसन से हिप्स, थायस और पेल्विक एरिया की एक्सरसाइज होती है,प्रैग्नेंट महिलाएं इस आसन को सातवे महीने से या फिर डॉक्टर के परामर्श से शुरू कर सकती हैं। इस आसन को करने से गर्भवती महिलाओं में तनाव भी कम होता है।

इस आसन करने से आप प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले पेट दर्द से भी छुटकारा पा सकती हैं।

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10.आंतों को मजबूत बनाएं तितली आसन
(Strengthen the intestines butterfly posture in Hindi):

अगर आपके आंत में कोई समस्या आती है, तो इससे पेट से जुड़ी कई बीमारियों का जन्म होता है, जिसे आंत के रोग कहते हैं। इसमें पाचन शक्ति का खराब होना, अपच होना, पेट का फूलना, पेट में असहनीय दर्द होने जैसी कई बीमारी हो सकती हैं। आंतों को मजबूत बनाए रखने के लिए यह आसन बहुत ही लाभकारी आसन माना जाती हैं,इस आसन को नियमित रूप से करने से आंत की सफाई हो जाती है। साथ ही यह आंत में होने वाली परेशानी को भी नियंत्रित करने में मदद करता हैं । इसके अलावा इस आसन को करने से कब्ज जैसी प्समस्या में भी आराम मिलता है, जिससे आपको मल त्याग में मदद मिलती है।

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11.मेंटल हैल्थ प्रॉब्लम के लिए तितली आसन (Butterfly posture for mental health problems in Hindi):

शारीरिक स्वास्थ के साथ ही मानसिक स्वस्थ रहना बहुत ही जरूरी है,अगर आप मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं तो ऐसे में आपको मानसिक बिमारियों के होने का खतरा बढ़ सकता हैं,योग विशेषज्ञ ने इस समस्या के समाधान के लिए कई योगाभ्यास बताए है,जिसमे तितली आसन का नाम भी शामिल हैं,तितली आसन के नियमित अभ्यास से मेंटल हेल्थ समस्याएं जैसे एंजाइटी, चिंता, तनाव, डिप्रैशन, स्ट्रेस डिसऑर्डर आदि को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा इस आसन से विचार करने की क्षमता, समझने की शक्ति एवं स्मरण शक्ति को भी बढ़ाया जा सकता है।

तितली आसन के नुकसान (disadvantages of butterfly posture in Hindi):

इस लेख में आपको तितली आसन कैसे करते हैं,तितली आसन के फायदे,आदि के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई है किंतु अब आगे इस लेख में तितली आसन करते वक्त क्या क्या सावधानी बरतनी चाहिए इसके बारे में जानकारी दी जाएगी।

  • अगर कोई व्यक्ति पहली बार इस आसन को कर रहा है, तो उस व्यक्ति को इस आसन को धीरे धीरे करना चाहिए और अपनी शरीर की क्षमता अनुसार करना चाहिए।
  • जिन लोगों को कमर के निचले हिस्से में दर्द हो वे लोग तितली आसन का अभ्यास न करें।
  •  इस आसन को करते समय पैरों को ज्यादा जोर से नहीं हिलाएं। इस आसन को धीरे-धीरे करें और अपनी शरीर के क्षमता के अनुसार ही यह आसन करें।
  •  घुटने या टखने की समस्या से परेशान व्यक्ति को, तितली आसन का अभ्यास करने से बचना चाहिए या किसी विशेषज्ञ की देखरेख में इस आसन का अभ्यास करना चाहिए।
  • अगर आपको हाल में कोई चोट लगी हो या आपकी सर्जरी हुई हो तो यह आसन न करें।
  • यदि आपके घुटने में चोट या मोच आयी हुए है तो कृपया आप तितली आसन का अभ्यास ना करें।
  • किसी भी गर्भवती महिला को तितली आसन (Butterfly Pose) का अभ्यास बिना डॉक्टर के परामर्श के नहीं करना चाहिए। इससे उनके बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है।
  • जिस व्यक्ति को बुखार हो रहा है, उस व्यक्ति को इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए बुखार ठीक होने के बाद आप इस आसन को कर सकते है।
  • अगर आपको तितली आसन को करने में किसी तरह की कोई समस्या हो रही हो तो आप इस आसन का अभ्यास ना करें।
  • सियाटिका के मरीज भी इस आसन को बिलकुल न करें या फिर योग विशेषज्ञ के देखरेख में इस आसन को करें।


तितली आसन कब करना चाहिए:

किसी भी आसन या प्राणायाम को करने का सही समय सुबह का समय माना जाता हैं,साथ ही यदि आप आसन करने पहले शौच कर ले और पेट एक दम खाली रहे तो यह अति उत्तम माना जाता हैं परंतु अगर आप सुबह के समय किसी कारण वश इस आसन को करने में असमर्थ है तो ऐसे में आप इस आसन को करने से चार से छह घंटे कुछ भी ना खाया हो और आसान करने से पहले शौच कर ले।


तितली आसन कितनी देर करना चाहिए:

अगर आप शुरुआती दौर में तितली आसन का अभ्यास कर रहे है तो ऐसे में आप इस मुद्रा को करीब आधा मिनट या फिर एक मिनट तक के लिए करने की सलाह दी जाती है। वहीं, कुछ समय के अभ्यास के बाद इस समय सीमा को धीरे-धीरे बढ़कर पांच से दस मिनट तक किया जा सकता है


तितली आसन से पहले करने वाले आसन (Yoga to do before Butter fly pose in Hindi):

  1. ताड़ासन
  2. वीरासन
  3. वज्रासन
  4. जानुशीर्षासन
  5.  प्रसारित पादोत्तासन

तितली आसन के बाद करने वाले आसन (Yoga to do after Butter fly pose in Hindi):

  1. पद्मासन
  2. गोमुखासन
  3. मरीच्यासन
  4. अर्ध मत्स्येन्द्रासन
  5. भद्रासन

निष्कर्ष (conclusion):

इस लेख को पढ़कर आपको समझ में आया होगा कि योग का हमारे जीवन में कितना महत्व है,योग के द्वारा हम शारीरिक और मानसिक दोनों तरीके से स्वस्थ रह सकते हैं,इस लेख में आपको तितली आसन के फायदे,तितली आसन के नुकसान,तितली आसन कैसे करते हैं आदि के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान किया गया है, उम्मीद है कि आपको मेरा यह ब्लॉग पसन्द आया होगा परंतु फिर भी अगर आप मुझसे स्वास्थ्य से संबंधित कोई भी प्रश्न पूछना चाहते हैं तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं मैं आपके प्रश्नों के उत्तर देने की पूरी कोशिश करूंगी धन्यवाद!

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